नयी दिल्ली : सरकार के 2.11 लाख करोड़ रुपये के पुनर्पूंजीकरण योजना के हिस्से के रुप में सार्वजनिक क्षेत्र के आठ बैंकों (पीएसयू) ने चार महीने के भीतर बाजार से पूंजी जुटाने का फैसला किया है. आधिकारिक सूत्रों ने इसकी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि कुछ बैंकों को वित्त मंत्रालय से निजी नियोजन या राइट इश्यू के माध्यम से पूंजी जुटाने की मंजूरी मिल गयी है जबकि अन्य बैंक मंजूरी लेने की प्रक्रिया में है.
सूत्रों ने कहा कि अधिकांश बैंक पूंजी जुटाने के लिए योग्य संस्थागत नियोजन मार्ग को पसंद कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) पहला बैंक होगा जो बाजार में पांच हजार करोड़ रुपये जुटाएगा. बैंक ऑफ बडौदा, बैंक ऑफ इंडिया, यूनियन बैंक, इलाहाबाद बैंक और आंध्र बैंक भी शेयर बिक्री के लिए तैयार हैं. फंसे कर्ज या अधिक एनपीए की समस्या के जूझ रहे बैंकों को मजबूत बनाने के लिए वित्त मंत्री अरण जेटली ने अक्तूबर महीने में बैंक में दो साल में 2.11 लाख करोड़ रुपये डाले जाने की घोषणा की थी. एनपीए (गैर-निष्पादित संपत्ति) मार्च 2015 में 2.75 लाख करोड़ से बढ़कर जून 2017 में 7.33 लाख करोड रुपये हो गया था. सरकार की योजना सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में अपनी हिस्सेदारी घटाकर 52 प्रतिशत पर लाने की है.
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