नयी दिल्ली : रत्न व आभूषण तथा अभियांत्रिकी सामान के बेहतर उठाव के बीच देश का निर्यात नवंबर महीने में 30.55 प्रतिशत बढकर 26.19 अरब डालर हो गया. इससे पहले अक्तूबर महीने में निर्यात 1.12 प्रतिशत घटकर 23 अरब डालर रहा था. सितंबर में इसने छह महीने में सर्वाधिक वृद्धि दर्ज की थी. सालाना आधार पर देश का निर्यात नवंबर 2016 में 20.06 अरब डालर रहा था.
वाणिज्य मंत्रालय के आज जारी आंकड़ों के अनुसार नवंबर महीने में आयात 19.61 प्रतिशत बढकर 40 अरब डॉलर हो गया जो कि पिछले साल नवंबर में 33.46 अरब डॉलर रहा था. वहीं व्यापार घाटा आलोच्य महीने में बढ़कर 13.82 अरब डॉलर हो गया जो कि नवंबर 2016 में 13.39 अरब डॉलर रहा था. इस बीच सोने का आयात नवंबर महीने में 25.96 प्रतिशत घटकर 3.26 अरब डॉलर रहा.
तेल व गैर तेल आयात नवंबर महीने में क्रमश: 39.14 प्रतिशत व 14.57 प्रतिशत बढकर 9.55 अरब डालर और 30.47 अरब डालर रहा. संचयी आधार पर अप्रैल नवंबर 2017-18 में निर्यात 12.01 प्रतिशत बढकर 196.48 अरब डॉलर रहा. वहीं आयात 21.85 प्रतिशत बढ़कर 296.45 अरब डॉलर हो गया और व्यापार घाटा 100 अरब डॉलर रहा.
नवंबर महीने में रत्न व आभूषण, दवा व भेषज, जैविक व अजैविक रसायनों व अभियांत्रिकी निर्यात में क्रमश: 32.69 प्रतिशत, 13.39 प्रतिशत, 54.28 प्रतिशत व 43.76 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई.
अक्तूबर में सेवा क्षेत्र का निर्यात आठ प्रतिशत बढा, आयात में भी 13 प्रतिशत वृद्धि
भारत का सेवा निर्यात अक्तूबर महीने में आठ प्रतिशत बढकर 14.15 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. रिजर्व बैंक ने आज इसके आंकडे जारी किये.पिछले साल अक्तूबर में यह 13.11 अरब डॉलर रहा था.
सेवा क्षेत्र में भारत का अंतरराष्ट्रीय व्यापार के बारे में जारी रिजर्व बैंक के आंकडों के अनुसार, आलोच्य माह में सेवाओं का आयात भी बढा है. यह 13.3 प्रतिशत बढकर 8.7 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. पिछले साल अक्तूबर में यह 7.68 अरब डॉलर रहा था.
वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान अप्रैल-अक्तूबर में सेवा क्षेत्र में कुल निर्यात 94.48 अरब डॉलर तथा कुल आयात 55.44 अरब डॉलर रहा है. उल्लेखनीय है कि वैश्विक सेवा निर्यात उद्योग में भारत का महत्वपूर्ण योगदान है. यह क्षेत्र भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में करीब 55 प्रतिशत योगदान देता है
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