दुनिया के दुग्ध उत्पादन का 18.5 प्रतिशत हिस्सा भारत में
मुंबई : देश में डेयरी उत्पादों को लेकर बढती मांग के चलते इस क्षेत्र का कारोबार सालाना 15 प्रतिशत की दर से बढता हुआ 2020 तक 9,400 अरब रुपये पहुंच जाने की उम्मीद है. एडेलवाइस सिक्युरिटीज की एक रपट के अनुसार मौजूदा समय में 5400 अरब रुपये का यह कारोबार तब करीब 9400 अरब रुपये […]
मुंबई : देश में डेयरी उत्पादों को लेकर बढती मांग के चलते इस क्षेत्र का कारोबार सालाना 15 प्रतिशत की दर से बढता हुआ 2020 तक 9,400 अरब रुपये पहुंच जाने की उम्मीद है. एडेलवाइस सिक्युरिटीज की एक रपट के अनुसार मौजूदा समय में 5400 अरब रुपये का यह कारोबार तब करीब 9400 अरब रुपये होगा.
रपट के अनुसार, भारत का डेयरी उद्योग 2010 से 2016 के बीच 15 प्रतिशत की दर से बढ़ता हुआ 5,400 अरब रुपये तक पहुंच गया. आने वाले समय में 2016-20 के बीच भी इसकी वृद्धि इसी स्तर पर बने रहने की उम्मीद है. इससे क्षेत्र का कारोबार 9,400 अरब रुपये पर पहुंच जायेगा. वर्ष 1970 के दशक में दो करोड़ टन दुग्ध उत्पादन के साथ भारत मांग के मुकाबले पीछे था. जबकि आज यह 16 करोड़ टन दूध उत्पादन के साथ दुनिया का सबसे बडा दूध उत्पादक देश बनने को अग्रसर है. पूरी दुनिया के दुग्ध उत्पादन का लगभग 18.5% हिस्सा भारत में होता है.
रपट के अनुसार 2020 तक भारत के दुनिया का सबसे बडा डेयरी उत्पादक बनने की उम्मीद है. सरकार ने राष्ट्रीय डेयरी योजना-चरण एक को 2012 से 2017 के बीच लागू किया. इसका मकसद डेयरी सहकारियों की उत्पादकता को बढाना है. रिपार्ट में कहा गया है कि आने वाले समय में भारत की प्रति व्यक्ति खपत में वृद्धि होने के साथ ही इसमें मूल्य वर्धित उत्पादों की भी वृद्धि हो. भारत में दुग्ध उत्पादों में 15 से 30 प्रतिशत वृद्धि की संभावना है.
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