सेंसेक्स, निफ्टी में गिरावट, बैंक शेयर सर्वाधिक प्रभावित
मुंबई : बैंक शेयरों की अगुवाई में शेयर बाजारों में बुधवार को गिरावट रही और प्रमुख शेयर सूचकांक टूट कर मंगलवार के अपने रिकाॅर्ड स्तर से नीचे बंद हुए. फंसे कर्ज को लेकर रिजर्व बैंक की कार्रवाई की संभावना को देखते हुए बैंक शेयरों में गिरावट आयी. रिजर्व बैंक ने फंसे कर्ज में वृद्धि को […]
मुंबई : बैंक शेयरों की अगुवाई में शेयर बाजारों में बुधवार को गिरावट रही और प्रमुख शेयर सूचकांक टूट कर मंगलवार के अपने रिकाॅर्ड स्तर से नीचे बंद हुए. फंसे कर्ज को लेकर रिजर्व बैंक की कार्रवाई की संभावना को देखते हुए बैंक शेयरों में गिरावट आयी.
रिजर्व बैंक ने फंसे कर्ज में वृद्धि को देखते हुए बैंक आॅफ इंडिया (बीओआइ) के खिलाफ सुधारात्मक कदम उठाया है. इसके तहत नये कर्ज तथा लाभांश वितरण समेत अन्य प्रतिबंध बैंक पर लगाये गये हैं. पीएनबी, फेडरल बैंक, बैंक आॅफ बडौदा, एचडीएफसी बैंक, एसबीआइ, कोटक बैंक, यस बैंक तथा इंडसइंड बैंक समेत बैंक शेयरों में 4.35 प्रतिशत तक की गिरावट दर्ज की गयी. तीस शेयरोंवाला सेंसेक्स बढ़त के साथ खुला और एक समय यह 33,956.31 अंक के उच्च स्तर तक चला गया था. बाद में एनपीए (फंसे कर्ज) की चिंता में बिकवाली का दबाव बढ़ गया और अंत में सेंसेक्स 59.36 अंक या 0.18 प्रतिशत टूटकर 33,777.38 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स मंगलवारको रिकाॅर्ड 33,836.74 अंक पर बंद हुआ था. पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स 783.70 अंक मजबूत हुआ था.
इसी प्रकार, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी कारोबार के दौरान 10,494.45 अंक तक चढ़ने के बाद अंत में यह 19 अंक या 0.18 प्रतिशत की गिरावट के साथ 10,444.20 अंक पर बंद हुआ. एनएसइ निफ्टी भी मंगलवार को रिकाॅर्ड 10,463.20 अंक पर बंद हुआ था. जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य बाजार रणनीतिकार आनंद जेम्स ने कहा, रिजर्व बैंक के बैंक को तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई मसौदा के अंतर्गत रखे जाने से क्षेत्र पर असर पड़ा. रिजर्व बैंक की बैठक के ब्योरे के साथ अमेरिकी कर सुधार को लेकर निर्णय की प्रतीक्षा है. इससे बाजार में सतर्कता का माहौल रहा. बीएसइ बैंक सूचकांक सर्वाधिक 0.34 प्रतिशत नीचे आया. उसके बाद वाहन तथा सार्वजनिक उपक्रमों का स्थान रहा.
डाॅलर के मुकाबले रुपया के तीन महीने के उच्च स्तर से नीचे आने से भी धारणा प्रभावित हुई. जिन अन्य प्रमुख शेयरों में गिरावट दर्ज की गयी, उसमें डाॅ रेड्डीज, भारती एयरटेल, टाटा स्टील, एचडीएफसी तथा एनटीपीसी शामिल हैं. वैश्विक स्तर पर एशिया के अन्य बाजारों में मिला-जुला रख रहा जबकि शुरुआती कारोबार में युरोप के प्रमुख बाजारों में शुरुआत कमजोर रही. अमेरिका में सीनेट में कर विधेयक पारित होने का असर वैश्विक बाजारों पर पड़ा है.
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