भारत के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया SBI ने अपने ग्राहकों को नये साल का तोहफा देते हुए बड़ा एलान किया है. बैंक ने बेस रेट में 0.30% कीकटौती कर उसे 8.95% से घटा कर 8.65% कर दिया है.
मौजूदा समय में अन्य बैंकों के मुकाबले एसबीआई का बेस रेट सबसे कम है. बेस रेट घटाने से सीधा फायदा ऐसे लोगों को होगा, जिन्होंने बैंक से एजुकेशन लोन या होम लोन ले रखा है. हालांकि, इससे पहले 28 सितंबर को एसबीआई ने बेस रेट को पांच बेसिस पॉइंट्स बढ़ाया था.
गौरतलब है कि बेस रेट वह न्यूनतम दर है, जिस पर बैंक ग्राहकों को लोन दे सकते हैं. रिजर्व बैंक यह निगरानी करता है कि कोई भी बेस रेट से कम पर किसी भी कस्टमर को लोन न दे पाये. बेस रेट डिपॉजिट रेट के आधार पर तय होता है. जब भी डिपॉजिट पर ब्याज दर बढ़ेगी, बेस रेट में बढ़ोतरी होगी.
बहरहाल, एसबीआई के रिटेल बैंकिंग के एमडी पीके गुप्ता के मुताबिक ब्याज दरों में इस कटौती से 80 लाख ऐसे ग्राहकों को फायदा होगा,जिन्होंने अपना लोन बेस रेट से MCLR में शिफ्ट नहीं कराया था.
बेस रेट में हर तिमाही और एमसीएलआर में हर महीने संशोधन होता है. बैंक ने नये होम लोन पर प्रोसेसिंग फीस में छूट की अवधि भी मार्च तक बढ़ा दी है.
ब्याज दर तय करने को लेकर रिजर्व बैंक ने 1 अप्रैल 2016 से MCLR की शुरुआत की. इससे पहले ब्याज दर बेस रेट के जरिये तय की जाती थीं. मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिग रेट के तहत बैंक ब्याज दर तय कर सकते हैं, यह दर लोन चुकाने के लिए कितने साल बाकी हैं उस पर भी निर्भर करेगी.
इसके अलावा, एसबीआई ने 31 मार्च 2018 तक के लिए अपने होम लोन पर प्रोसेसिंग फीस भी माफ कर दी है. बैंक के नये लोन रेट्स 1 जनवरी 2018 से लागू होगये हैं.
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