बेंगलुरु : देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक इन्फोसिस केन्ये मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सलिल पारेख को 6.5 करोड़ रुपये का एक तय वेतन दिया जायेगा. वित्त वर्ष 2018-19 के अंत में वह 9.75 करोड़ रुपये का वैरिएबल (परिवर्तनीय) वेतन पाने के भी हकदार होंगे.
कंपनी के निदेशक मंडल में स्वतंत्र निदेशक किरण मजूमदार शॉ ने कहा, इन्फोसिस के सीईओ सलिल पारेख को 6.5 करोड़ रुपये का एक तय वेतन दिया जायेगा. वित्त वर्ष के अंत में उन्हें 9.75 करोड़ रुपये के बराबर परिवर्तनीय वेतन का भुगतान किया जायेगा. पूर्व सीईओ विशाल सिक्का को वित्त वर्ष 2016-17 के लिए 67.5 लाख डॉलर (42.80 करोड़ रुपये) का वेतन दिया गया था. देश की ही एक और सॉफ्टवेयर कंपनी विप्रो के सीईओ अब्दाली नीमचवाला को 20 लाख डॉलर (12.7 करोड़ रुपये) से कुछ अधिक का वेतन मिलता है.
कंपनी की नियुक्ति एवं पारिश्रमिक समिति की सदस्या किरण ने कहा कि पारेख को 3.25 करोड़ रुपये के शेयर भी दिये जायेंगे जिनके साथ कुछ शर्तें जुड़ी होंगी. साथ ही उन्हें कार्यप्रदर्शन के आधार पर 13 करोड़ रुपये के शेयर अनुदान के तौर पर मिलेंगे. उन्हें 9.75 करोड़ रुपये का एकबारगी शेयर अनुदान भी दिया जायेगा.
पारेख शेयर के रूप में दिये जानेवाले अपने पारितोषिक का लाभ पांच साल के कार्यकाल में समय-समय पर उठा सकेंगे. उनके रोजगार अनुबंध में गैर-प्रतिस्पर्धा का प्रावधान भी है, जिसके तहत वह यहां से छोड़कर किसी प्रतिद्वंदी कंपनी में नहीं जा सकते हैं. किरण ने कहा कि पारेख के अनुबंध में न्यूनतम प्रदर्शन लक्ष्य को पाने में असफल रहने की स्थिति में उन्हें कितना भुगतान किया जायेगा, इसका भी प्रावधान किया गया है.
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