नयी दिल्ली : कारोबार में घाटे की समस्या से जूझ रहे रिलायंस कम्यूनिकेशंस के चेयरमैन अनिल अंबानी को नये साल में कई राहत मिले हैं. एक तरफ उन्हें 2जी के मामले से दोषमुक्त किया गया तो दूसरी ओर रिलायंस कम्यूनिकेशंस के मालिकाना हक बचाने में वह कामयाब रहे.ऑरकॉम के शेयर्स में तेजी दर्ज की गयी है. बुरे दौर से निकलने के बाद अनिल अंबानी मीडिया के सामने आये और उन्होंने एक अंग्रेजी अखबार को इंटरव्यू दिया.
अंग्रेजी अखबार इकोनॉमिक टाइम्स को दिये गये इंटरव्यू में कहा कि यह उनका पिछले 10 साल में दिया गया पहला इंटरव्यू है. इस दौरान उन्होंने बोलते हुए कहा कि इस बीच उन्हें यह पता चल गया कि कौन उनका सच्चा दोस्त है. संकट के दिनों को याद करते हुए कहा कि यह मेरा मुश्किल वक्त था और इस दौरान कुछ ही लोग मेरे साथ खड़े रहे. इतना ही नहीं लोग मेरी फोन कॉल्स का जवाब नहीं देते थे. वे मुझसे रिश्ता नहीं रखना चाहते थे. ऐसे वक्त में उन्हें मेरे साथ दिखना गवारा नहीं था. इससे आपको पता चलता है कि कौन आपके साथ है और कौन झूठे बहाने बना रहा है
अंबानी ने कहा कि 2017 ने उन्हें काफी सबक सिखाया है. उन्होंने कहा, ‘2जी घोटाले की पूछताछ में मुझे व्यक्तिगत रूप से सीबीआई के सामने पेश होना पड़ा ट्रायल कोर्ट का सामना किया. मेरी पत्नी टीना को भी कोर्ट में आना पड़ा. मैं दोबारा इस तरह की चीजों का सामना करना नहीं चाहूंगा. इस दौरान हम काफी तनाव में रहे. .’
जब उनसे पूछा गया कि क्या उन्हें अमीर और मशहूर होने की कीमत चुकानी पड़ी? इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘न ही मैं अमीर हूं और न ही मशहूर. मैं एक आम इंसान हूं.’ अनिल को वायरलेस बिजनेस बंद करने का अफसोस नहीं है. उन्होंने इस बिजनेस को भारती एयरटेल, वोडाफोन और एयरसेल के साथ मर्ज करने की भी संभावनाएं तलाशी , लेकिन सफल नहीं रहे. अनिल ने कहा कि उनकी नई रिलायंस कम्युनिकेशन एक मजबूत कंपनी होगी. इसका फोकस वैश्विक एवं इंटरप्राइज कारोबार पर होगा और इसके लिए हम आने वाले महीनों में दूसरी कंपनियों के साथ एक मजबूत रणनीतिक भागीदारी करेंगे.
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