मुंबई : सरकार की आेर से बुधवार को देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की नीति को उदार बनाये जाने के बावजूद घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट नहीं रुक सकी. बुधवार को घरेलू शेयर बाजारों में उत्साह का माहौल ठंडा रहा. कारोबार के अंत में सूचकांक सेंसेक्स तथा निफ्टी मामूली गिरावट के साथ बंद हुए. इसी के साथ शेयर बाजारों में दो दिनों से जारी तेजी पर भी विराम लग गया. हालांकि, प्रतिभागियों ने कंपनियों के तिमाही नतीजे से पहले थोड़ा सतर्क रुख जरूर अख्तियार किया.
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बजट से पहले सुधारों की गाड़ी आगे बढ़ाते हुए सरकार ने विदेशी एयरलाइनों को कर्ज में डूबी सरकारी एयर इंडिया में 49 फीसदी तक निवेश की अनुमति दे दी. साथ ही, एकल खुदरा ब्रांड, निर्माण तथा बिजली एक्सचेंज में विदेशी निवेश को लेकर नियमों को और आसान बनाया. हालांकि, इसके बावजूद बाजार कंपनियों के तिमाही नतीजे आने से पहले रिकाॅर्ड ऊंचाई से नीचे आ गया. इसकी शुरुआत गुरुवार को होगी, जब टीसीएस का तीसरी तिमाही का नतीजा आयेगा. उसके बाद शुक्रवार को इंफोसिस का तिमाही परिणाम आयेगा.
रिकाॅर्ड स्तर को छूकर गिरकर बंद हुए निफ्टी-सेंसेक्स
बुधवार को कारोबार की शुरुआत में 30 शेयरों वाला सूचकांक मजबूती के साथ खुला और एक समय रिकाॅर्ड 34,565.63 अंक तक चला गया. हालांकि, बाद में मुनाफावसूली से यह नीचे आ गया. अंत में यह 10.12 अंक या 0.03 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 34,433.07 अंक पर बंद हुआ. इससे पहले, पिछले चार कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स 649.81 अंक मजबूत हुआ था. वहीं, नेशनल स्टाॅक एक्सचेंज का निफ्टी भी 4.80 अंक या 0.05 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ 10,632.20 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 10,655.50 से 10,592.70 अंक के दायरे में रहा.
कंपनियों के तिमाही नतीजों के इंतजार में घबराये हैं निवेशक
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि कंपनियों के तिमाही नतीजे आने से पहले निवेशक थोड़ा घबराये हुए हैं. हालांकि, अमेरिकी एच-1बी वीजा नियमों से राहत मिलने से आईटी सूचकांक का प्रदर्शन बेहतर रहा. साथ ही, सकारात्मक परिदृश्य की उम्मीद से नुकसान से उबरने में मदद मिली. उन्होंने कहा कि हालांकि, बाजार की प्रवृत्ति सकारात्मक है और अल्पकाल में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है.
महंगार्इ दर आंकड़े आैर तेल की कीमतें कर सकती हैं बाजार को प्रभावित
बजट और खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़े से पहले सतर्क रुख तथा तेल कीमतें बाजार को प्रभावित कर सकती हैं. सेंसेक्स के शेयरों में टीसीएस सर्वाधिक लाभ में रही. वित्तीय परिणाम आने से पहले यह 3.64 प्रतिशत मजबूत हुआ. अमेरिकी सरकार के स्पष्टीकरण के बाद बीएसई आईटी सूचकांक सर्वाधिक लाभ में रहा. स्पष्टीकरण में कहा गया है कि वह किसी प्रस्ताव पर विचार नहीं कर रही, जिससे एच-1बी वीजाधारकों को देश छोड़ने के लिये मजबूर होना पड़े.
इन दिग्गज कंपनियों के शेयर रहे लाभ में
सेंसेक्स के शेयरों में डाॅ रेड्डीज, एनटीपीसी, एशियन पेंट्स, बजाज आटो, एसबीआई, टाटा मोटर्स, एचडीएफसी लिमिटेड, भारती एयरटेल, एलएंडटी, पावर ग्रिड, आईटीसी लिमिटेड, हीरो मोटो काॅर्प, यस बैंक, एक्सिस बैंक, सन फार्मा, कोटक बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा तथा एचडीएफसी बैंक में गिरावट दर्ज की गयी. वहीं, टीसीएस, विप्रो, कोल इंडिया, अडाणी पोर्ट्स, इंफोसिस, इंडसइंड बैंक, ओएनजीसी, एचयूएल तथा रिलायंस इंडस्टरीज लाभ में रही.
विदेशी बाजारों में रहा मिला-जुला रुख
वैश्विक स्तर पर हांगकांग का हैंगसेंग 0.50 फीसदी तथा शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.25 फीसदी मजबूत हुए. हालांकि, अन्य बाजारों में गिरावट का रुख रहा. यूरोपीय बाजारों में शुरुआती कारोबार में जर्मनी तथा फ्रांस के बाजारों में गिरावट दर्ज की गयी, जबकि लंदन का एफटीएसई 0.24 फीसदी मजबूत हुआ.
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