Indian यूजर्स के Taste के हिसाब से खुद को ढालेगा Apple
वाशिंगटन : एेपल इंक भारतीय ग्राहकों के लिए विशेष फीचर विकसित कर रही है. इसमें मानचित्र और अन्य उत्पाद शामिल हैं. इससे 4,000 से ज्यादा नौकरियां भी सृजित होंगी. पिछले साल एेपल ने बेंगलुरु में अपनी तरह की पहली ‘एेप एसीलरेटर’ पेश किया था. साथ ही इसने हजारों आईओएस डेवलपरों को भी प्रशिक्षित किया है. […]
वाशिंगटन : एेपल इंक भारतीय ग्राहकों के लिए विशेष फीचर विकसित कर रही है. इसमें मानचित्र और अन्य उत्पाद शामिल हैं. इससे 4,000 से ज्यादा नौकरियां भी सृजित होंगी.
पिछले साल एेपल ने बेंगलुरु में अपनी तरह की पहली ‘एेप एसीलरेटर’ पेश किया था. साथ ही इसने हजारों आईओएस डेवलपरों को भी प्रशिक्षित किया है. आईओएस एेपल के आईफोन, आईपॉड और आईपैड इत्यादि उत्पादों को चलाने वाला ऑपरेटिंग सिस्टम है.
यदि कोई इन उत्पादों के लिए एेप बनाना चाहता है, तो उसे आईओएस डेवलपर बनना होता है. भारतीय एेप डेवलपरों ने एेपल के एेप स्टोर के लिए लगभग एक लाख एेप विकसित की हैं.
यह 2016 में 57% वृद्धि को दिखाता है. वर्तमान में भारत में एेपल और आईओएस 7,40,000 एेप नौकरियां देता है और इसमें सतत वृद्धि हो सकती है. भारत में एेपल की गतिविधियों से जुड़े एक अधिकारी ने बताया, हमने मई 2017 में आईफोन एसई का शुरुआती उत्पादन प्रारंभ किया था, और हम अपनी टीम की प्रगति से खुश नहीं हो सकते हैं.
अगले छह महीनों में हमारी योजना भारत में अपना 100% कारोबार पूर्णतया नवीकरणीय ऊर्जा पर चलाने की है. कंपनी के अधिकारी ने कहा, हम भारतीय ग्राहकों के लिए फीचरों का विस्तार कर रहे हैं.
इसमें आईओएस11 में हिंदी में बोलने की सुविधा और अन्य नयी भाषाओं के कीबोर्ड को शामिल करना है. साथ ही स्थानीय ट्रैफिक अपडेट वाला मैप, क्रिकेट स्कोर और अन्य सुविधाएं शामिल हैं.
इनका इस्तेमाल सीरी के माध्यम से किया जा सकता है. हैदराबाद में हमारी टीम इन सभी फीचरों पर ध्यान केंद्रित कर रही है. इससे 4000 से ज्यादा नौकरियां पैदा हो रही हैं.
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