टोक्यो / नयी दिल्ली : भारत समेत कई देशों में बिटकॉइन समेत कई क्रिप्टो करेंसी के खतरे को लेकर आगाह किया गया है. भारत में भी बिटकॉइन में निवेश करने वालों की संख्या बहुत है. क्रिप्टो करेंसी में निवेश करने वालों को सावधान करने वाली खबर है. जापान में क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज से 58 अरब येन यानि लगभग 34 लाख रुपये उड़ा लिये गये. एक वेबसाइट ने इसकी जानकारी देते हुए कहा, इस धोखाधड़ी के कारण एनईएम नाम की डिजिटल करंसी की खरीद और बिक्री पर रोक लगा दी गयी है. इसमें यह भी स्पष्ट किया गया है कि क्रिप्टोकरेंसी के लेनदेन पर भी पूरी तरह पाबंदी लगी है.
जापान के कई लोगों ने इसमें निवेश किया था. अब सबको अपना पैसा डूब जाने का डर सता रहा है. कंपनी ने हालात से निपटने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी किया है. कॉइनचेक के प्रेजिडेंट कोइचिरो वादा ने इस पूरी घटना पर दुख जताते हुए निवेशकों से माफी मांगी. उन्होंने लोगों से वित्तीय सहायता की मांग करने का भी इरादा जताया है हालांकि इस पर अबतक कोई स्पष्ट या आधिकारिक बयान नहीं दिया है. इस पूरी घटना को लेकर जापान में मीडिया भी क्रिप्टोकरेंसी के निवेश को लेकर आगाह कर रही है. मीडिया ने क्रिप्टोकरेंसी को लेकर की गयी अपनी रिपोर्टिंग में उस कंपनी के दफ्तर की तस्वीर भी दिखायी जिसके बाहर कई लोग खड़े नजर आये. इस तस्वीर ने स्पष्ट कर दिया है कि इस धोखाधड़ी में कई लोगों के मेहनत की गाढ़ी कमाई चली गयी है.
बिटकॉइन समेत कई क्रिप्टोकरेंसी भारत समेत कई देशों में पैर फैला रहे हैं. निवेश को लेकर कई देशों ने अपने नागरिकों को चेताया है कि ऐसे पैसे जिसकी पूरी जानकारी सरकार को नहीं है. कंपनी कितना का कारोबार करती है हर दिन कितना निवेश होता है और लाभ पहुंचाने के लिए कंनपी के पास कौन सी योजनाएं हैं, क्या कंपनी नुकसान होने पर निवेशकों के पैसे वापस करने की स्थिति में है. इन सभी जानकारी के बगैर निवेश करना खतरनाक है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.