कहतेहैं किअच्छे काम की शुरुआत कुछ मीठाखा कर करनी चाहिए. कुछ इसीसोच के तहत आम बजट बनाने कीप्रक्रिया की शुरुआत हलवा सेरेमनी के साथ होती है.
जी हां, वित्त मंत्री का कार्यालय यानी दिल्ली के नॉर्थ ब्लॉक में हर साल बजट से कुछ दिनों पहले मनायी जानेवाली यह एक खासतरह की रस्म है जिसके बाद बजट से जुड़ेदस्तावेजों की छपाई का काम आधिकारिक रूप से शुरू हो जाता है.
दरअसल वित्त मंत्री बजट के दौरान जिन दस्तावेजों को पढ़ते हैं, उसकी बाकायदा दो भाषाओं में (हिंदी और अंग्रेजी) छपाई की जाती है.
हर साल बजट को अंतिम रूप देने से कुछ दिन पहले वित्त मंत्रालय के ऑफिस में एक बड़ी कड़ाही में हलवा बनाया जाता है. खास बात यह है कि हलवा बनाने और खाने के इस कार्यक्रम में वित्त मंत्री और वित्त राज्य मंत्री सहित मंत्रालय और प्रिंटिंग प्रेस के हर सदस्य शामिल होते हैं.
हलवा सेरेमनी के तहत वित्त मंत्री खुद बजट से जुड़े कर्मचारियों, बजट की छपाई से जुड़े कर्मचारियों और वित्त अधिकारियों को हलवा बांटते हैं.
हलवा बनाने की रस्म काफी पहले से ही चली आ रही है. इसके पीछे वजह यही है कि हलवे को काफी शुभ माना जाता है और शुभ काम की शुरुआत भी मीठे से की जाती है.
इस रस्म के बाद बजट बनाने और छपाई से जुड़े सभी स्टाफ और अधिकारियों को बजट पेश होने तक मंत्रालय में ही नजरबंद कर दिया जाता है.
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