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शेयरों की बिक्री के लिए बाजार में दस्तक

मुंबई: सेबी की न्यूनतम 25 प्रतिशत सार्वजनिक शेयरहोल्डिंग हासिल करने की समय सीमा करीब आने के साथ चार कंपनियों ने बिक्री पेशकश (ओएफएस) के जरिये शेयरों की बिक्री के लिये बाजार में आज दस्तक दी. इसके अलावा टाटा कम्युनिकेशंस समेत कम-से-कम पांच कंपनियां सोमवार को अपने शेयरों की बिक्री करेंगी. सेबी की समयसीमा तीन जून […]

मुंबई: सेबी की न्यूनतम 25 प्रतिशत सार्वजनिक शेयरहोल्डिंग हासिल करने की समय सीमा करीब आने के साथ चार कंपनियों ने बिक्री पेशकश (ओएफएस) के जरिये शेयरों की बिक्री के लिये बाजार में आज दस्तक दी.

इसके अलावा टाटा कम्युनिकेशंस समेत कम-से-कम पांच कंपनियां सोमवार को अपने शेयरों की बिक्री करेंगी. सेबी की समयसीमा तीन जून को समाप्त हो रही है. नियामक द्वारा किसी प्रकार की दंडात्मक कार्रवाई से बचने के लिये निजी क्षेत्र की सभी सूचीबद्ध कंपनियों को 25 प्रतिशत न्यूनतम सार्वजनिक शेयरहोल्डिंग तीन जून तक हासिल करनी है.

जिन चार कंपनियों ने आज बाजार में दस्तक दी, उनमें..ईएलसीआईडी इनवेस्टमेंट्स, फोमेंटो रिजार्ट एंड होटल्स, माडर्न इंडिया तथा शारदा मोटर इंडस्टरीज शामिल हैं. जेट एयरवेज तथा टाटा टेलीसर्विसेज समेत नौ कंपनियों ने कल करीब 900 करोड़ रपये के निर्गमों के लिये बिक्री पेशकश के साथ बाजार में कल दस्तक दी थी.

करीब 30 कंपनियों को प्रवर्तकों की हिस्सेदारी 75 प्रतिशत या उसे नीचे लाने के नियम का अनुपालन करना बाकी है. इसके लिये इन कंपनियों को संयुक्त रुप से 5,000 करोड़ रपये से अधिक के शेयर बेचने की आवश्यकता होगी. इनमें से नौ ने पहले ही आज या सोमवार को शेयरों की बिक्री की घोषणा कर दी है. अन्य को इस बारे में सप्ताहांत घोषणा करनी होगी.

मई में 63 कंपनियों ने संबंधित ओएफएस निर्गमों के साथ बाजार में दस्तक दी थी.सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के लिये न्यूनतम सार्वजनिक हिस्सेदारी 10 प्रतिशत नियत की गयी है और इसके लिये समयसीमा 8 अगस्त 2013 है.

इन नियमों की घोषणा जून 2010 में की गयी थी. इसका मकसद यह सुनिश्चित करना है कि सार्वजनिक निवेशकों की मौजूदगी बढ़े और देश में इक्विटी संस्कृति पैदा हो. कंपनियों को नये सार्वजनिक शेयरहोल्डिंग नियमों का अनुपालन करने में मदद के लिये सेबी ने 2012 में शेयरों की बिक्री हेतु दो नये मार्ग.. बिक्री पेशकश तथा संस्थागत नियोजन कार्यक्रम (आईपीपी) पेश की थी. नियामक ने कंपनियों को सार्वजनिक हिस्सेदारी बढ़ाने के लिये राइट्स तथा बोनस निर्गम मार्ग का उपयोग करने की भी अनुमति दी.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

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