Global Trust Index : मोदी सरकार पर भरोसा घटा, फिर भी भारत विश्व के टॉप तीन देशों में

दावोस : केंद्र की मोदी सरकार पर आमलोगों का भरोसा घटा है़ बावजूद इसके दावोस में जारी हुए ग्लोबल ट्रस्ट इंडेक्स आकड़ों में भारत को तीसरा स्थानमिलाहै. मोदी सरकार पर भरोसा कम होने कामुख्यकारण है पिछले साल ग्लोबल ट्रस्ट इंडेक्स आकड़ोंजहांभारत को पहला स्थान मिला था, वहीं इस बार तीसरा स्थान मिला है.इसबार जहां चीन […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 29, 2018 6:06 PM

दावोस : केंद्र की मोदी सरकार पर आमलोगों का भरोसा घटा है़ बावजूद इसके दावोस में जारी हुए ग्लोबल ट्रस्ट इंडेक्स आकड़ों में भारत को तीसरा स्थानमिलाहै. मोदी सरकार पर भरोसा कम होने कामुख्यकारण है पिछले साल ग्लोबल ट्रस्ट इंडेक्स आकड़ोंजहांभारत को पहला स्थान मिला था, वहीं इस बार तीसरा स्थान मिला है.इसबार जहां चीन को पहला स्थान मिलाहै, वहीं इंडोनेशिया को दूसरा स्थान मिला है. हालांकि,2017की तुलना में दो पायदान खिसकने के बावजूद भारत अब भी टॉपतीन देशों में बना हुआ है.

कम्युनिकेशन मार्केटिंग फर्म ईडलमैन की ओर से जारी ग्लोबल ट्रस्ट इंडेक्स के मुताबिक, इस साल चीन सात अंकों की उछाल के साथ 74 अंक लेकर टॉप पर है. पिछले साल चीन 67 अंकों के साथ तीसरे नंबर पर था. वहीं, पिछले साल भारत 72 अंकों के साथ टॉप पर था, जबकि इस साल चारअंकों के नुकसान के 68 के स्कोर के साथ तीसरे नंबर पर आ गया है. पिछले साल की तरह इस बार भी इंडोनेशिया दूसरे स्थान पर बरकरार है. इस बार इंडोनेशिया दो अंकों की बढ़त दर्ज कर 71 अंकहासिल करने में कामयाब रहा है. ग्लोबल ट्रस्ट इंडेक्स में अमेरिका को सबसे ज्यादा नौ अंकों का नुकसान उठाना पड़ा है.

सरकार, मीडिया, एनजीओ और व्यापार को मिलाकर भारत की ट्रस्ट रेटिंग देखी जाये, तो इसमें 13 फीसदी की गिरावट दर्ज की गयी है. हालांकि, इसके बाद भी भारत 60-100 के ट्रस्ट बैंड के बीच में है. भारत में मीडिया का स्कोर इस साल सबसे कम 61 रहा. पिछले साल से इस साल का स्कोर में पांच अंक कम है. बावजूद इसके जीएसटी और नोटबंदी जैसे कड़े आर्थिक सुधारों के बीच यह रैंकिंग सरकार में उत्साह भरने का काम करेगी.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version