मुंबई : इंडिया रेटिंग्स ने एक रिपोर्ट के जरिये आगाह किया है कि बाॅन्ड पर यील्ड (निवेश-फल) में लगातार वृद्धि से बैंकों को करारा झटका लग सकता है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बाॅन्ड की बाजार कीमतों में गिरावट से चालू वित्त वर्ष में बैंकों की बैलेंस-शीट 30,500 करोड़ रुपये का प्रतिकलू प्रभाव पड़ सकता है. इसमें सबसे अधिक भार सार्वजनिक बैंकों पर पड़ने का अनुमान लगाया गया है.
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रिपोर्ट में यह चेतावनी दी गयी है कि सार्वजनिक बैंकों का घाटा मौजूदा वित्त वर्ष में बना रहेगा. बैंकों ने सामूहिक रूप से वित्त वर्ष 2017 में बाॅन्डों की खरीद बिक्री के कारोबार से ही 59,800 करोड़ रुपये का लाभ हुआ था.
एजेंसी के अनुसार, 10 वर्षीय मानक रिटर्न जनवरी में बढ़कर 7.60 फीसदी हो गया, जो जुलाई 2017 में 6.50 फीसदी था. इस तरह इसमें 1.10 फीसदी की बढोतरी हुई. एजेंसी का कहना है कि विशेषकर बीते छह हफ्तों में बाॅन्ड यील्ड में आयी जोरदार तेजी से बैंकों का नुकसान होगा.
रेटिंग एजेंसी अनुसार, इससे मार्च तिमाही में बैंकों को प्रतिभूति खरीद फरोख्त की आमदनी में अच्छा खासा नुकसान हो सकता है. इसके छींटे अगले वित्त वर्ष के लाभ पर भी पड़ सकते हैं. एजेंसी का मानना है कि आस्तियों पर प्रतिफल 0.30 फीसदी रहने से वित्त वर्ष 2018 में बैंकों की लाभप्रदाता पर 30,500 करोड़ रुपये असर होगा.
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