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पीएनबी घोटाले में इडी ने दर्ज किया मनी लांड्रिंग का केस, दूसरे दिन भी शेयर में बड़ी गिरावट

नयी दिल्‍ली/मुंबई : देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पीएनबी (पंजाब नेशनल बैंक) में धोखाधड़ी का असर उसके शेयरों पर लगातार देखने को मिल रहा है. बुधवार को धोखाधड़ी का पता चलने के बाद पीएनबी के शेयर 9-10 फीसदी तक गिरे थे. वहीं गुरुवार कोशेयर बाजार खुलते हीपीएनबी का शेयर 7 फीसदी गिर गया. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 15, 2018 9:39 AM

नयी दिल्‍ली/मुंबई : देश के दूसरे सबसे बड़े सरकारी बैंक पीएनबी (पंजाब नेशनल बैंक) में धोखाधड़ी का असर उसके शेयरों पर लगातार देखने को मिल रहा है. बुधवार को धोखाधड़ी का पता चलने के बाद पीएनबी के शेयर 9-10 फीसदी तक गिरे थे. वहीं गुरुवार कोशेयर बाजार खुलते हीपीएनबी का शेयर 7 फीसदी गिर गया. सरकार के बयान के बाद भी पीएनबी के शेयर को लेकर निवेशक आशंकित हैं.पीएनबी घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने भी मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया है. इस घोटाले को लेकर दूसरे बैंकों को भी आगाह किया गया है.

हालांकि भारतीय बाजारों की शुरुआत गुरुवार को सकारात्‍मक रही. बीएसई का प्रमुख इंडेक्‍स सेंसेक्‍स 140 अंक बढ़त के साथ खुला, जबकि एनएसई का निफ्टी भी करीब 40 अंक की बढ़त के साथ खुला. लेकिन पीएनबी के शेयरों में गिरावट का असर बैकिंग सेक्‍टर के बाकी शेयरों पर भी पड़ा है. प्रमुख बैकों के शेयर दो से पांच फीसदी तक गिरे हैं.

बुधवार को ही पीएनबी ने 11,400 करोड़ रुपये की फर्जीवाड़ा की चपेट में आने के बाद दूसरे बैंकों को इस तौर-तरीके को लेकर सावधान किया. पीएनबी ने विभिन्न बैंकों को पत्र भेजकर कहा, ‘शुरुआती जांच से यह पता चला है कि मुंबई में हमारी शाखाओं के कर्मचारियों के साथ सांठगांठ करके साजिशकर्ताओं ने संदिग्ध फर्जीवाड़ा को अंजाम दिया.’

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पत्र के मुताबिक यह पाया गया कि संबंधित कंपनियां शाखा में सिर्फ चालू खाता चला रही थीं और किसी भी लेनदेन को केंद्रीकृत बैंकिंग व्यवस्था के जरिए नहीं किया गया.

ईडी ने दर्ज किया मनी लॉड्रिंग का मामला

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में हुई 280 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के संबंध में नीरव मोदी एवं अन्य के खिलाफ मनी लॉड्रिंग का मामला दर्ज किया है. यह मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की प्राथमिकी के आधार पर दर्ज किया गया है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में दर्ज हुई सीबीआई प्राथमिकी के आधार पर यह मामला मनी लांड्रिंग रोधक कानून (पीएमएलए) के तहत दर्ज हुआ है.

ऐसा माना जा रहा है कि ईडी ने नीरव मोदी एवं अन्य के खिलाफ पीएनबी की शिकायत का भी संज्ञान लिया है. उन्होंने कहा कि एजेंसी इस बात की जांच करेगी कि क्या बैंक की धोखाधड़ी की गयी राशि की हेरा-फेरी की गयी थी और अवैध संपत्ति बनाने के लिए आरोपियों ने इस तरीके का बार-बार इस्तेमाल किया था.

सीबीआई ने इस संबंध में नीरव मोदी, उनके भाई, उनकी पत्नी और कारोबारी भागीदार के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इसके अलावा जांच एजेंसी ने मोदी, उनके भाई निशाल, पत्नी एमी और मेहुल चीनूभाई चौकसी के आवास पर छापेमारी भी की है. ये सभी डायमंड्स आर यूएस, सोलर एक्सपोर्ट्स और स्टेलर डायमंड्स में भागीदार हैं. दो बैंक अधिकारियों के आवास पर भी छापेमारी की गई है. नीरव मोदी फोर्ब्स की भारतीय अमीरों की सूची में भी शामिल रहे हैं.

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SEBI कर सकता है बैंकों-आभूषण कंपनियों के खुलासे में खामी की जांच

बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में हुई 11 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में कई आभूषण कंपनियों समेत बैंकों द्वारा खुलासा करने में हुई खामियों की जांच करेगा. अधिकारियों ने बताया कि सेबी और शेयर बाजार इन कंपनियों और उनके शीर्ष अधिकारियों के कारोबारी आंकड़े का विश्लेषण करेंगे.

इनमें से कुछ भेदिया कारोबार एवं अन्य उल्लंघन को लेकर पहले ही जांच के घेरे में हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि इस घटना के बाद नियामक ऋण के डिफॉल्ट होने की स्थिति में इसकी जानकारी एक दिन के भीतर देना अनिवार्य बनाने पर मजबूर हो सकता है. अधिकारियों ने कहा कि सेबी विभिन्न सूचीबद्ध कंपनियों और बैंकों द्वारा खुलासे में की गयी गड़बड़ियों की पड़ताल कर सकता है.

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