नयी दिल्ली : वित्तमंत्री अरुण जेटली ने आज पहली बार पंजाब नेशनल बैंक घोटाला और ज्वेलरी कारोबारी नीरव मोदी की धोखाधड़ी पर बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि ऐसे मामलों में धोखेबाज को पकड़ना सरकार काम है. उन्होंने कहा कि ऐसे मामले इक्का-दुक्का हैं. जेटली ने कहा कि कुछ लोगों को पैसा लौटाने में भरोसा नहीं है. वित्तमंत्री ने कहा कि बैंक और कर्जदार में आपसी भरोसा जरूरी है. अरुण जेटली से पहले आज भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने भी कर्नाटक दौरे के दौरान बयान दिया और कहा कि इस मामले के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है और संपत्ति जब्त की गयी हैं.
उन्होंने बैंकिंग फ्राड पर आॅडिटर की भूमिका पर सवाल उठाया और पूछा कि वे क्या कर रहे थे. उन्होंने कहा कि बाहर व भीतर दोनों स्तरों के ऑडिटर ने इसे अलग तरीके से देखा और वे इस मामले में विफल रहे. उन्होंने कहा कि इस मामले में सीए प्रोफेशनल को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसे मामले की निगरानी करने वाली एजेंसियों को यह देखना चाहिए कि क्या एडिशनल मैकेनिज्म होना चाहिए.
अरुण जेटली ने कहा कि जब मैनेजमेंट को प्राधिकार दिया जाता है तो उनसे उम्मीद की जाती है कि वे अपने प्राधिकार का उपयोग प्रभावी ढंग से सही दिशा में करें और अगर मैनेजमेंट ऐसा नहीं कर पाता है और गड़बड़ियां होती हैं तो उस पर सवाल उठता है.
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