नयी दिल्ली : नोटबंदी के बाद मोबाइल वॉलेट के बढ़े प्रचलन पर ब्रेक लग सकता है. रिजर्व बैंक के नये गाइडलाइन के बाद ये मोबाइल वॉलेट 28 फरवरी के बाद से काम नहीं करेंगे. पिछले साल नोटबंदी के बाद से लोगों को मोबाइल वॉलेट से ट्रांजैक्शन करने की आदत सी पड़ गयी है. नोटबंदी के बाद डिजीटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने भी लोगों से मोबाइल वॉलेट इस्तेमाल करने की बात कही थी.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आरबीआई मार्च 2018 से मोबाइल वॉलेट बंद करने का आदेश दे सकती है. यह आदेश वैसी कंपनियों के लिए होगा, जिन्होंने अपने ग्राहकों का आधार वेरिफिकेशन नहीं कराया है. हालांकि पेटीएम सहित कई मोबाइल वॉलेट कंपनियों ने ग्राहकों का आधार वेरिफिकेशन कराना शुरू कर दिया है.
आरबीआई ने देश में लाइसेंस प्राप्त सभी मोबाइल वॉलेट कंपनियों को अपने ग्राहकों के eKYC नॉर्म्स पूरा करने का आदेश दिया था. इस काम को पूरा करने के लिए कंपनियों को 28 फरवरी 2018 तक का समय दिया गया था. इसके बाद भी ज्यादातर कंपनियां आरबीआई के इस आदेश को पूरा करने में सफल नहीं हो पायी हैं. फरवरी खत्म होने में अभी भी कुछ दिनों का समय शेष है.
ऐसा कर आप जारी रख सकते हैं मोबाइल वॉलेट का इस्तेमाल
एक आंकड़े पर गौर किया जाए तो देश में नौ प्रतिशत से भी कम मोबाइल वॉलेट उपभोक्ताओं ने अपने eKYC कंपनियों को दिया है. अभी भी लगभग 91 प्रतिशत मोबाइल वॉलेट अकाउंट बिना eKYC के चल रहे हैं. आने वाले समय में इन 91 प्रतिशत उपभोक्ताओं के अकाउंट बंद होने की आशंका है.
पेटीएम, एयरटेल मनी, फ्रीचार्ज, मोबीक्विक जैसे कई मोबाइल वॉलेट कंपनियां ग्राहकों को समय पर eKYC पूरा करने के लिए सूचित कर रही हैं. इस प्रक्रिया में ग्राहकों को अपने मोबाइल वॉलेट को आधार कार्ड या पैन कार्ड से लिंक करवाना होगा. eKYC प्रक्रिया पूरी करने के बाद आपका मोबाइल वॉलेट सुरक्षित रहेगा.
कंपनियों ने अपने एप में ही केवाईसी का ऑप्शन दिया है. इस ऑप्शन पर क्लिक कर आप अपना आधार नंबर या पैन नंबर दर्ज करा सकते हैं. नंबर दर्ज कराते ही आपको नजदीकी सर्विस प्रोवाइडर के बारे में जानकारी दी जायेगी. जहां वैध आधार कार्ड दिखाकर अपने अगूंठे का निशान देकर आप eKYC की प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं. ऐसा करते ही आपका मोबाइल वॉलेट अकाउंट सुरक्षित हो जायेगा.
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