वित्त मंत्रालय ने सरकारी बैंकों से कहा : 15 दिन में खामियों की पहचान करें, समाधान का प्लान बनायें
नयी दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक में घोटाले के बाद बैंकिंग व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सरकार ने कदम उठाने शुरू कर दिये हैं. वित्त मंत्रालय ने सरकारी बैंकों से कहा है कि 15 दिन में खामियों की पहचान करें और उसके समाधान का प्लान बनायें. इसे भी पढ़ें : पंजाब नेशनल बैंक घोटाला : […]
नयी दिल्ली: पंजाब नेशनल बैंक में घोटाले के बाद बैंकिंग व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सरकार ने कदम उठाने शुरू कर दिये हैं. वित्त मंत्रालय ने सरकारी बैंकों से कहा है कि 15 दिन में खामियों की पहचान करें और उसके समाधान का प्लान बनायें.
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वित्तीय सेवा सचिव राजीव कुमार नेमंगलवारको यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि परिचालन एवं प्रौद्योगिकी के बढ़ते जोखिम के मद्देनजर खामियों की पहचान कर आवश्यक तैयारी के संबंध में प्राथमिक कदम उठाने के लिए सार्वजनिक बैंकों को 15 दिन कावक्त दिया गया है.
पीएनबी घोटाले की राशि बढ़कर 12,700 करोड़ रुपये होने के साथ उन्होंने यह बात कही. सार्वजनिक बैंकों के कार्यकारी निदेशकों तथा मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारियों को बढ़ते जोखिम से निबटने के लिए रूपरेखा तैयार करने के लिए कहा गया है.
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कुमार ने ट्वीट किया, ‘परिचालन एवं प्रौद्योगिकी संबंधी जोखिमों के बढ़ने के मद्देनजर कमियों की पहचान करने, उन्हें दूर करने, प्राथमिक कदम उठाने, श्रेष्ठ प्रक्रियाओं से सीख तकनीकी समाधान समेत रणनीति तैयार करने तथा वरिष्ठ अधिकारियों की जवाबदेही स्पष्ट करने के लिए सार्वजनिक बैंकों को 15 दिन की समयसीमा दी गयी है.’
घोटाले में फंसे पंजाब नेशनल बैंक ने सोमवार की देर रात कहा था कि घोटाले की राशि पहले के आकलन के मुकाबले 20.42 करोड़ डॉलर बढ़ सकती है. कुमार ने कहा कि बैंकिंग क्षेत्र के श्रेष्ठ चलन से सीखना और मौजूदा व्यवस्था में कमियों की पहचान करना कार्यकारी निदेशकों एवं मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारियों की जिम्मेदारी होगी.
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उन्हें अपने बैंक के परिचालन जोखिम प्रबंधन व्यवस्था का आकलन करना होगा और बेहतर बनाने के लिए कमियों की पहचान कर उसे दूर करना होगा.
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