कमजोर आर्थिक आंकड़ों से सेंसेक्स 162 अंक टूटा, निफ्टी 10,500 अंक से नीचे आया

मुंबई : अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका तथा कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बुधवार को 162.35 अंक के नुकसान से 34,184.04 अंक पर बंद हुआ. बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरोंवाला सेंसेक्स 34,156.63 अंक पर खुलने के बाद 34,076.45 अंक तक नीचे आया. अंत में सेंसेक्स […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2018 6:44 PM

मुंबई : अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका तथा कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बुधवार को 162.35 अंक के नुकसान से 34,184.04 अंक पर बंद हुआ. बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरोंवाला सेंसेक्स 34,156.63 अंक पर खुलने के बाद 34,076.45 अंक तक नीचे आया. अंत में सेंसेक्स 162.35 अंक या 0.47 प्रतिशत के नुकसान से 34,184.04 अंक पर बंद हुआ. नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 61.45 अंक या 0.58 प्रतिशत के नुकसान से 10,500 अंक से नीचे 10,492.85 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान एक समय यह 10,461.55 अंक के निचले स्तर तक आ गया था.

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘फेडरल रिजर्व के भविष्य में ब्याज दरों में बढ़ोतरी को लेकर कड़े रुख तथा बैंकिंग शेयरों में बिकवाली का सिलसिला चलने से बाजार में गिरावट आयी. घरेलू मोर्चे पर कमजोरी तथा रुपये पर दबाव से विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक बिकवाली कर रहे हैं.’ वित्त मंत्रालय द्वारा बैंकों के लिए परिचालन और तकनीकी प्रणाली की खामियां दूर करने के लिए 15 दिन की समयसीमा दी है. इससे एक्सिस बैंक की अगुवाई में बैंकिंग शेयरों में गिरावट आयी. यस बैंक, आइसीआइसीआइ बैंक और एचडीएफसी बैंक के शेयर भी नीचे आये. इसके अलावा विदेशी कोषों की सतत निकासी तथा डॉलर के मुकाबले रुपये के तीन साल के निचले स्तर 65.31 प्रति डॉलर पर आने से भी यहां धारणा प्रभावित हुई.

दिन में कारोबार के दौरान रुपया 44 पैसे नीचे आ गया. ब्रोकरों ने कहा कि कई वृहद आर्थिक आंकड़े आनेवाले हैं जिनके मद्देनजर निवेशकों ने सतर्कता बरती. औद्योगिक उत्पाद (आइआइपी) तथा दिसंबर तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े आने हैं. ज्यादातर एशियाई बाजार नुकसान में रहे, जबकि शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार नीचे चल रहे थे. इससे भी यहां धारणा प्रभावित हुई. चीन और जापान के उम्मीद से कमजोर आर्थिक आंकड़ों से भी बाजार प्रभावित हुआ. निक्केई इंडिया विनिर्माण खरीद प्रबंधक सूचकांक (पीएमआई) फरवरी में घटकर 52.1 रहा, जबकि जनवरी में यह 52.4 था.

भारत के विनिर्माण क्षेत्र की सुस्त वृद्धि से भी बाजार पर असर पड़ा. हालांकि, मूडीज इन्वेस्टर सर्विसेज ने अनुमान लगाया है कि 2018 में भारत की वृद्धि दर 7.6 प्रतिशत रहेगी, जबकि 2019 में यह 7.5 प्रतिशत होगी. यह नोटबंदी और माल एवं सेवा कर (जीएसटी) के प्रभाव से उबरने का संकेत है. बिकवाली के ताजा दौर से धातु, बैंकिंग, एफएमसीजी, पूंजीगत सामान, बिजली और बुनियादी ढांचा कंपनियों के शेयरों में गिरावट आयी. पंजाब नेशनल बैंक का शेयर सुबह के कारोबार में 12.11 प्रतिशत टूटकर 20 माह के निचले स्तर पर आ गया था. हालांकि, अंत में यह 3.05 प्रतिशत के लाभ से बंद हुआ. गीतांजलि जेम्स में करीब पांच प्रतिशत की गिरावट आयी.

सेंसेक्स की कंपनियों में आइसीआइसीआइ बैंक में 1.92 प्रतिशत, एक्सिस बैंक में 1.47 प्रतिशत, यस बैंक में 1.47 प्रतिशत और एचडीएफसी बैंक में 1.27 प्रतिशत का नुकसान रहा. अन्य बैंकों में फेडरल बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक 1.67 प्रतिशत तक टूट गये. हिंदुस्तान यूनिलीवर, सनफार्मा, एमएंडएम, एलएंडटी, एनटीपीसी, टाटा मोटर्स, एचडीएफसी लि, बजाज आॅटो, आइटीसी, भारती एयरटेल, कोल इंडिया, अडाणी पोर्ट्स, मारुति सुजुकी, ओएनजीसी तथा टीसीएस 2.02 प्रतिशत तक नीचे आये. आइटी कंपनियों के शेयर मांग में रहे. इन्फोसिस 2.26 प्रतिशत चढ़ गया.

विभिन्न वर्गों के सूचकांकों में धातु 1.21 प्रतिशत, बैंकिंग 0.96 प्रतिशत, एफएमसीजी 0.69 प्रतिशत, पूंजीगत सामान 0.65 प्रतिशत, बिजली 0.51 प्रतिशत, बुनियादी ढांचा 0.43 प्रतिशत, स्वास्थ्य सेवा 0.20 प्रतिशत, तेल एवं गैस 0.18 प्रतिशत तथा पीएसयू 0.21 प्रतिशत नुकसान में रहे. मिडकैप में 0.23 प्रतिशत तथा स्मालकैप में 0.21 प्रतिशत का नुकसान रहा. एशियाई बाजारों में जापान का निक्की 1.44 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया 1.17 प्रतिशत, शांगहाए कम्पोजिट 0.99 प्रतिशत तथा हांगकांग 1.36 प्रतिशत नीचे आये. शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार नीचे चल रहे थे.

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