तीसरी तिमाही में आर्थिक वृद्धि दर 7.2 फीसदी पहुंची, भारत ने चीन को पीछे छोड़ा

नयी दिल्ली : चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही. वृद्धि का यह आंकड़ा पिछली पांच तिमाहियों में सबसे ऊंचा है. कृषि, विनिर्माण, निर्माण और कुछ सेवाओं के बेहतर प्रदर्शन से अर्थव्यवस्था की रफ्तार बढ़ी है. इसके साथ ही चीन को पछाड़ कर भारत एक बार फिर […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 28, 2018 8:31 PM

नयी दिल्ली : चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत रही. वृद्धि का यह आंकड़ा पिछली पांच तिमाहियों में सबसे ऊंचा है. कृषि, विनिर्माण, निर्माण और कुछ सेवाओं के बेहतर प्रदर्शन से अर्थव्यवस्था की रफ्तार बढ़ी है. इसके साथ ही चीन को पछाड़ कर भारत एक बार फिर दुनिया में सबसे तेजी से विकास करनेवाला देश बन गया है. चीन की विकास दर 6.8 फीसदी रही है.

केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार चालू वित्त वर्ष में पूरे साल की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है. इससे पहले वर्ष के दौरान आर्थिक वृद्धि की दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया था. पिछले वित्त वर्ष 2016-17 में जीडीपी वृद्धि 7.1 प्रतिशत रही थी. चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही (अक्तूबर से दिसंबर) के दौरान आर्थिक वृद्धि का आंकड़ा सुधरकर 7.2 प्रतिशत पर पहुंच गया. कृषि, विनिर्माण और कुछ सेवा क्षेत्र का प्रदर्शन बेहतर रहा. इससे पहले चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) की वृद्धि दर को ऊपर की ओर संशोधित कर 6.5 प्रतिशत कर दिया गया है.

सीएसओ ने पहले इसके 6.3 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया था. इससे पहले 2016-17 की दूसरी (जुलाई-सितंबर) तिमाही में 7.5 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल हुई थी. सीएसओ ने कहा कि स्थिर मूल्य (2011-12) के आधार पर 2017-18 में वास्तविक जीडीपी 130.04 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. 31 जनवरी को जारी 2016-17 के लिए पहले संशोधित अनुमान में इसके 121.96 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान लगाया गया था. चालू वित्त वर्ष (2017-18) में जीडीपी की वृद्धि दर 6.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 7.1 प्रतिशत रही थी. समीक्षाधीन तिमाही में विनिर्माण क्षेत्र के लिए सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) की वृद्धि दर 8.9 प्रतिशत रही, जो इससे पिछली तिमाही में 6.9 प्रतिशत रही थी. इसी तरह कृषि क्षेत्र के जीवीए की वृद्धि दर 4.1 प्रतिशत रही, जो इससे पिछली तिमाही में 2.7 प्रतिशत रही थी. निर्माण क्षेत्र की वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत रही, जो इससे पिछली तिमाही में 2.8 प्रतिशत रही थी. वित्तीय सेवाओं सहित सेवा क्षेत्र की वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत रही, जो इससे पिछली तिमाही में 6.4 प्रतिशत रही थी.

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