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… तो इस कारण से SBI काट रहा है ग्राहकों के पैसे, आप भी जान लीजिए वजह

नयी दिल्‍ली : देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के ग्राहक खाते से पैसे काटे जाने के मैसेज से परेशान हैं. ग्राहकों को अपनी शाखा में भी इसका जवाब नहीं मिल पा रहा है कि पैसे क्‍यों काटे जा रहे हैं. बहुत से ग्राहक अपनी शाखा में जाकर हंगामा भी […]

नयी दिल्‍ली : देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक स्‍टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के ग्राहक खाते से पैसे काटे जाने के मैसेज से परेशान हैं. ग्राहकों को अपनी शाखा में भी इसका जवाब नहीं मिल पा रहा है कि पैसे क्‍यों काटे जा रहे हैं. बहुत से ग्राहक अपनी शाखा में जाकर हंगामा भी कर रहे हैं, लेकिन समाधान नहीं निकल पा रहा है.

यहां हम आपको बता दें कि एसबीआई के ग्राहकों के खाते से करीब 147 रुपये काटे गये हैं. ये पैसे किस एवज में काटे गये, बैंक के छोटे अधिकारी ग्राहकों को इसका जवाब नहीं दे पा रहे हैं. दरअसल ग्राहकों से एटीएम कार्ड के एनुअल फी के तौर पर 147 रुपये लिये गये हैं. आप अकाउंट स्‍टेटमेंट के माध्‍यम से भी पता कर सकते हैं कि आपका पैसा किस कारण से काटा गया है.

यहां बताना प्रासंगिक होगा कि 1 जुलाई 2017 से बैंक सेवाओं पर भी 18 फीसदी जीएसटी लगाया गया है. अगर आप कोई लोन लेते हैं तो उसपर जो सर्विस चार्ज कटता है. उस सर्विस चार्ज का 18 फीसदी जीएसटी भी देना होता है जो ग्राहकों से वसूला जाता है. इसी प्रकार एटीएम कार्ड का एनुअल चार्ज भी एक प्रकार का सर्विस चार्ज है, इसलिए इसपर भी जीएसटी काटा जाता है. हर तरह के कार्ड के लिए ये चार्ज अलग-अलग होते हैं. जैसे गोल्ड कार्ड के लिए अलग और सिल्वर के लिए अलग चार्ज लिया जाता है.

इस प्रकार ग्राहकों के खाते से एक साल के चार्ज के रूप में 147 रुपये काटे गये हैं. इस कटौती पर अगर आपको एतराज है तो आप इसकी शिकायत कर सकते हैं. शिकायत के लिए आप ‘UNHAPPY’ लिखकर 8008202020 पर SMS भेज सकते हैं. इसके अलावा आप बैंक की वेबसाइट पर ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज करवा सकते हैं. बैंक 10 दिनों के अंदर आपकी शिकायत का निपटारा करता है. इसके अलावा आप नोडल ऑफिसर और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के चेयरमैन से भी शिकायत कर सकते हैं.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

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