इंडिगो आैर गो एयर के 11 नियो विमान अब नहीं भर सकेंगे उड़ान, डीजीसीए ने किया यह फैसला…
नयी दिल्ली : विमानन नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक खास सीरीज के प्रैट एंड व्हिटनी इंजन वाले 11 ए-320 नियो विमानों की उड़ानों पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी है. इन इंजनों में उड़ान के दौरान फेल होने की कुछ घटनाएं सामने आयी हैं. इन 11 विमानों में से आठ का संचालन […]
नयी दिल्ली : विमानन नियामक नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक खास सीरीज के प्रैट एंड व्हिटनी इंजन वाले 11 ए-320 नियो विमानों की उड़ानों पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी है. इन इंजनों में उड़ान के दौरान फेल होने की कुछ घटनाएं सामने आयी हैं. इन 11 विमानों में से आठ का संचालन इंडिगो और तीन का संचालन गो एयर करती है. विमानन नियामक ने यह निर्णय इंडिगो के ए-320 नियो विमान का आसमान में इंजन फेल हो जाने की घटना के कुछ ही घंटे में लिया है. इस विमान को इंजन फेल होने के कारण अहमदाबाद हवाईअड्डे पर आपात स्थिति में उतरना पड़ा.
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विमान संचालन में सुरक्षा का हवाला देते हुए डीजीसीए ने कहा कि ईएसएन-450 से अधिक क्षमता वाले प्रैट एंड व्हिटनी 1100 इंजन युक्त ए-320 नियो विमानों की उड़ान पर तुरंत प्रभाव से रोक लगा दी गयी है. नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक विज्ञप्ति में कहा है कि इंडिगो और गो एयर दोनों से कहा गया है कि वह इन इंजनों को नहीं लगायें. ये इंजन उनके पास स्टॉक में अतिरिक्त संख्या में उपलब्ध हैं. नियामक ने कहा है कि वह इस मुद्दे पर सभी संबंद्ध पक्षों के साथ संपर्क में रहेगा और जब यूरोपीय नियामक ईएएसए और प्रैट एंड व्हिटनी इस मुद्दे का समाधान करेंगे वह भी स्थिति की समीक्षा करेगा. इससे पहले नागरिक उड्डयन सचिव आरएन चौबे ने सोमवार को कहा कि इस संबंध में उचित निर्णय लिया जायेगा.
इंडिगो के एक अधिकारी ने कहा कि हमें डीजीसीए से जो निर्देश मिले हैं, उनका तुरंत पालन किया जायेगा. निर्देश के अनुपालन के परिणामस्वरूप इंडिगो के कुल नौ ए-320 नियो विमान ग्राउंड होंगे. हालांकि, डीजीसीए ने ग्राउंड होने वाले विमानों की संख्या आठ बतायी है. दूसरी ओर गो एयर का कहना है कि डीजीसीए के निर्देश के चलते उसके सभी पीडब्ल्यू जीटीएफ इंजन ग्राउंड हो जायेंगे, लेकिन ग्राहकों को असुविधा न हो इसका पूरा प्रयास किया जायेगा.
इंडिगो और गो एयर के विमानों की उड़ान पर रोक से इन एयरलाइनों के ऑपरेशन पर असर पड़ने की आशंका है. डीजीसीए की ओर से किसी विमान को उड़ान से रोकने का निर्णय अपरिहार्य स्थितियों में ही लिया जाता है. पिछले एक दशक में केवल तीन बार ऐसा हुआ है. इससे पहले 1990 में एयर इंडिया के ए-320 विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद उसके द्वारा प्रयुक्त सभी ए-320 विमानों को ग्राउंड किया गया था. इसके बाद 2013 में एयर इंडिया के बोइंग 737 विमानों की लीथियम बैट्री में खराबी की घटनाओं के बाद इन विमानों की उड़ानों पर रोक लगायी गयी थी. बाद में इन सभी मामलों में रोक हटा दी गयी थी.
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