चिप बाजार में चीन के बढ़ते दबदबे से परेशान हैं डोनाल्ड ट्रंप, क्वालकाॅम के अधिग्रहण पर लगायी रोक

वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए चिप बनाने वाली कंपनी क्वालकाॅम के प्रस्तावित अधिग्रहण पर मंगलवार को रोक लगा दी है. सिंगापुर की प्रतिस्पर्धी कंपनी ब्रॉडकाॅम अमेरिकी कंपनी का 117 अरब डॉलर में यह अधिग्रहण करने वाली थी और यह प्रौद्योगिकी जगत का अब तक का सबसे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 13, 2018 2:59 PM

वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए चिप बनाने वाली कंपनी क्वालकाॅम के प्रस्तावित अधिग्रहण पर मंगलवार को रोक लगा दी है. सिंगापुर की प्रतिस्पर्धी कंपनी ब्रॉडकाॅम अमेरिकी कंपनी का 117 अरब डॉलर में यह अधिग्रहण करने वाली थी और यह प्रौद्योगिकी जगत का अब तक का सबसे बड़ा सौदा होता.

इसे भी पढ़ेंः स्टैंडर्ड एंड पूअर्स ने किया आगाह, अमेरिका के ट्रेड वार से प्रभावित हो सकती है दुनिया भर की अर्थव्यवस्था

माना जा रहा है कि अमेरिका ने चिप बाजार में चीन की बढ़त की आशंकाओं के मद्देनजर यह रोक लगायी गयी है. ट्रंप ने अपने अधिशासी आदेश में कहा कि ऐसे विश्वस्त प्रमाण मिले हैं, जिससे यह संदेह पुख्ता होता है कि ब्रॉडकाॅम द्वारा क्वालकाॅम के अधिग्रहण से अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हो सकता है.

उन्होंने आदेश दिया कि ब्रॉडकाम के क्वालकाॅम को खरीदने पर तत्काल स्थायी पाबंदी लगायी जाती है. यदि यह सौदा पूरा होता, तो उससे बनने वाली संयुक्त कंपनी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी चिप विनिर्माता होती. इंटेल और सैमसंग इस समय दो सबसे बड़ी चिप विनिर्माता हैं.

उधर, ब्रॉडकाॅम ने जारी बयान में कहा कि वह राष्ट्रपति के आदेश की समीक्षा कर रही है. उसने कहा कि ब्रॉडकाम इस बात को खारिज करती है कि क्वालकाॅम के प्रस्तावित अधिग्रहण से राष्ट्रीय सुरक्षा को किसी तरह का खतरा होगा. अमेरिका के अखबार द न्यू यॉर्क टाइम्स ने कहा कि ट्रंप के इस निर्णय के पीछे चीन मुख्य वजह है. पिछले सप्ताह अमेरिका के कई सांसदों ने इस अधिग्रहण पर रोक लगाने की मांग की थी.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Next Article

Exit mobile version