चालू खाते के घाटे को लेकर चिंता, सेंसेक्स में लगातार पांचवें दिन गिरावट, 253 अंक टूटा
मुंबई : बंबई शेयर बाजार में सोमवार को लगातार पांचवें दिन गिरावट का सिलसिला जारी रहा और सेंसेक्स 253 अंक टूट कर 33,000 अंक से नीचे आ गया. चालू खाते का घाटा (कैड) बढ़ने तथा अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने की संभावना के बीच धातु, दूरसंचार और बैंकिंग शेयरों में गिरावट आयी. बंबई शेयर बाजार […]
मुंबई : बंबई शेयर बाजार में सोमवार को लगातार पांचवें दिन गिरावट का सिलसिला जारी रहा और सेंसेक्स 253 अंक टूट कर 33,000 अंक से नीचे आ गया. चालू खाते का घाटा (कैड) बढ़ने तथा अमेरिका में ब्याज दरें बढ़ने की संभावना के बीच धातु, दूरसंचार और बैंकिंग शेयरों में गिरावट आयी.
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरोंवाला सेंसेक्स 33,268.97 अंक पर मजबूत खुलने के बाद 33,275.79 अंक तक गया. हालांकि, बाद में मुनाफावसूली का सिलसिला चलने से यह 32,856.54 अंक तक नीचे आया. अंत में सेंसेक्स 252.88 अंक या 0.76 प्रतिशत के नुकसान से 32,923.12 अंक पर बंद हुआ. यह पिछले साल छह दिसंबर के बाद सेंसेक्स का सबसे निचला स्तर है. उस दिन सेंसेक्स 32,597.18 अंक पर बंद हुआ था. पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स 741.94 अंक नीचे आया था. नेशनल स्टाॅक एक्सचेंज का निफ्टी भी 100.90 अंक या 0.99 प्रतिशत के नुकसान से 10,094.25 अंक पर बंद हुआ. कारोबार के दौरान यह 10,224.55 से 10,075.30 अंक के दायरे में रहा.
दिसंबर तिमाही में चालू खाते का घाटा (कैड) बढ़कर सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के दो प्रतिशत यानी 13.5 अरब डॉलर पर पहुंच गया है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 1.4 प्रतिशत था. रिजर्व बैंक ने ये आंकड़े शुक्रवार को कारोबार बंद होने के बाद जारी किये थे जिस पर बाजार ने सोमवार को प्रतिक्रिया दी. कारोबार के दौरान रुपया भी 19 पैसे के नुकसान से 65.13 रुपये प्रति डॉलर पर चल रहा था, जिसका नकारात्मक प्रभाव पड़ा. अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले निवेशकों से सतर्कता का रुख अपनाया. इससे वैश्विक धारणा कमजोर हुई.
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘एफओएमसी की बैठक से पहले वैश्विक बाजार में उतार-चढ़ाव था. ब्याज दरों में चौथाई प्रतिशत की वृद्धि की संभावना है. बांड प्राप्ति ऊंचे स्तर पर बनी हुई है और व्यापार को लेकर तनाव के बीच निवेशक मुनाफा काट रहे हैं. चालू खाते का घाटा बढ़ने से रुपया कमजोर हुआ है.’ सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील में सबसे अधिक 4.24 प्रतिशत का नुकसान हुआ. भारती एयरटेल का शेयर 4.16 प्रतिशत टूटा. अन्य कंपनियों में विप्रो, यस बैंक, कोल इंडिया, इन्फोसिस, एशियन पेंट्स, बजाज आॅटो, अडाणी पोर्ट, एसबीआई, टाटा मोटर्स, कोटक बैंक, सनफार्मा, आईसीआईसीआई बैंक, हीरो मोटोकार्प, डॉ रेड्डीज, एचडीएफसी लि, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, आईटीसी, ओएनजीसी, एचडीएफसी बैंक और महिंद्रा एंड महिंद्रा में2.60 प्रतशत तक की गिरावट आयी. वहीं, दूसरी ओर पावर ग्रिड, एनटीपीसी, एलएंडटी, मारुति सुजुकी, हिंदुस्तान यूनिलीवर और टीसीएस के शेयर1.12 प्रतिशत तक चढ़ गये. धातु कंपनियों में एनएमडीसी, सेल, हिंडाल्को, जेएसडब्ल्यू स्टील, जिंदल स्टील एंड पावर, हिंदुस्तान जिंक और वेदांता में6.47 प्रतिशत तक का नुकसान रहा.
स्मालकैप 1.98 प्रतिशत तथा मिडकैप 1.58 प्रतिशत नुकसान में रहा. एशियाई बाजारों में जापान का निक्की 0.90 प्रतिशत, सिंगापुर0.39 प्रतिशत नीचे आया. वहीं, दूसरी ओर हांगकांग का हैंगसेंग 0.04 प्रतिशत और शांगहाए कम्पोजिट 0.29 प्रतिशत चढ़ गया. शुरुआती कारोबार में यूरोपीय बाजार नीचे चल रहे थे. इस बीच, शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने शुक्रवार को 150.46 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. वहीं, घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 770.53 करोड़ रुपये की बिकवाली की.
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