वॉशिंगटन : अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने नीतिगत बैठक में ब्याज दर को 25 आधार अंक यानी 0.25 फीसदी बढ़ाकर 1.5 फीसदी से 1.75 फीसदी कर दिया है. हाल के महीनों में अमेरिका के आर्थिक परिदृश्य में आयी मजबूती को देखते हुए यह फैसला लिया गया है. फेडरल रिजर्व बोर्ड के चेयरमैन जेरोम पावेल ने संवाददाताओं से कहा कि यह फैसला मौद्रिक नीति को वापस पटरी पर लाने के लिए चल रही प्रक्रिया में एक कदम है, जिसकी कोशिश पिछले कई सालों से चल रही है.
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उन्होंने कहा कि पिछले तीन महीनों में औसतन 2,40,000 रोजगार के अवसर पैदा हुए हैं. इस तेजी के आगे भी जारी रहने की जरूरत है, ताकि नये लोग श्रमबल में शामिल हो सके. उन्होंने कहा कि बेरोजगारी दर फरवरी में नीचे रहकर 4.1 फीसदी पर रही, जो कि सुधार के संकेत हैं. फेडरल को उम्मीद है कि नौकरियों के बाजार में आगे भी मजबूती बनी रहेगी. पावेल ने कहा कि वास्तव में, हाल के महीनों में आर्थिक परिदृश्य मजबूत हुआ है. कई कारकों ने इस परिदृश्य का समर्थन किया.
उन्होंने कहा कि ब्याज दर बढ़ाने का निर्णय मौद्रिक नीति को वापस पटरी पर लाने की प्रक्रिया में एक और कदम है, क्योंकि आर्थिक विस्तार जारी है. यह प्रकिया दो साल से अधिक समय से जारी है. अगले कुछ वर्षों के नीतिगत फैसलों में हम मुद्रास्फीति को 2 फीसदी पर रखने का लक्ष्य को जारी रखेंगे और निरंतर आर्थिक विस्तार और मजबूत रोजगार बाजार को ध्यान में रखेंगे.
समिति का मानना है कि ब्याज दरों में धीरे-धीरे बढ़ोतरी इन लक्ष्यों को बढ़ावा देने में मदद करेगी. उन्होंने कहा कि इस साल के अंत तक ब्याज दर 2.1 फीसदी, 2019 के अंत तक 2.9 फीसदी और 2020 के अंत कर 3.4 फीसदी रहने का अनुमान है.
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