मुंबई : मुद्रास्फीतित में नरमी और वृद्धि दर में सुधार के भारतीय रिजर्व बैंक के अनुमानों की घोषणा के बीच गुरुवारको स्थानीय शेयर बाजारों में जोरदार तेजी दिखी और बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 577 अंक की छलांग के साथ 33,597 अंक पर पहुंच गया.
रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष की पहली द्विमासिक मौद्रिक समीक्षा में ब्याज दरों के मोर्चे पर यथास्थिति कायम रखी है, पर मुद्रास्फीति के अनुमान को भी कम किया है. रिजर्व बैंक ने पिछले साल अगस्त के बाद से लगातार चौथी बार रेपो दर को छह प्रतिशत पर कायम रखा है. हालांकि, उसने चालू वित्त वर्ष के लिए खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को घटाकर 4.7 से 5.1 प्रतिशत और दूसरी छमाही के लिए 4.4 प्रतिशत कर दिया है. रिवर्स रेपो दर को 5.75 प्रतिशत पर कायम रखा गया है. केंद्रीय बैंक ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष में देश की आर्थिक वृद्धि दर बढ़कर 7.4 प्रतिशत पर पहुंच जायेगी, जिसके 2017-18 में 6.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
बंबई शेयर बाजार 30 शेयरोंवाला सेंसेक्स गुरुवारको सकारात्मक रुख के साथ 33,289.96 अंक पर खुलने के बाद दिन के उच्चस्तर 33,637.46 अंक तक गया. अंत में सेंसेक्स 577.73 अंक या 1.75 प्रतिशत की बढ़त के साथ 33,596.80 अंक पर बंद हुआ. 12 मार्च से यह सेंसेक्स की एक दिन की सबसे बड़ी बढ़त है. उस दिन सेंसेक्स 610.80 अंक चढ़ा था. पिछले सत्र में सेंसेक्स 351.56 अंक टूटा था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 10,331.80 अंक से 10,227.45 अंक के दायरे में घूमने के बाद अंत में 196.75 अंक या 1.94 प्रतिशत की बढ़त के साथ 10,325.15 अंक पर बंद हुआ. स्काईमेट ने दक्षिण-पश्चिम माॅनसून के सामान्य रहने का अनुमान लगाया है. इससे भी बाजार धारणा को बल मिला. चीन और अमेरिका के बीच व्यापार युद्ध की आशंका कम होने से भी कारोबारी धारणा मजबूत हुई.
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