नयी दिल्ली: एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के अर्थशास्त्री अभिजीत सेनगुप्ता ने कहा है कि भारत को आठ प्रतिशत वार्षिक की आर्थिक वृद्धि के लक्ष्य को हासिल करने के लिए निवेश में तेजी लाने और निर्यात को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के प्रयास करने होंगे. सेनगुप्ता ने कहा की देश में कृषि विपणन और आपूर्ति शृंखला में सुधार की जरूरत है. उन्होंने कहा कि ये ऐसे क्षेत्र हैं, जहां सुधार की अधिक गुंजाइश है. उन्होंने कहा, ‘इस समय निवेश और निर्यात में वास्तव में गर्माहट नहीं दिख रही है. एक बार ये दोनों इंजन चल पड़े, तो भारत आठ प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल कर लेगा.’
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एडीबी की एशिया डेवलपमेंट आउटलुक (परिदृष्य) रपट 2018 में अनुमान लगाया गया है कि चालू वित्त वर्ष में भारत की वृद्धि दर बढ़कर 7.3 प्रतिशत और अगले वित्त वर्ष में 7.6 प्रतिशत तक पहुंच जायेगी. निर्यात के बारे में उन्होंने कहा कि भारत अब भी इस क्षेत्र में भी ‘किनारे पर ही तैर रहा है’. देश से निर्यात बढ़ाने की बड़ी संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि चीन में मजदूरी बढ़ने से निर्यात की लागत बढ़ी है. भारत इसका फायदा उठा सकता है. उनकी राय में देश में कारोबार सुगमता और बढ़ने तथा बुनियादी सुविधाओं में सुधार से व्यापार में लाभ बढ़ेगा तथा मूल्य-संवर्धन की शृंखला में ऊपर उठने में मदद मिलेगी.
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