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High Speed ट्रैक के किनारे दीवार बनाकर कमाई करेगा रेलवे, जानिये…

नयी दिल्ली : दीवार. आम तौर पर तो लोग इसे घर, चौहद्दी, चहारदीवारी आदि में इस्तेमाल करते हैं, लेकिन दीवारों से कमाई कैसे की जाती है, इसका मंत्र रेलवे ही जानता है. जी हां, आप बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं. रेलवे ने एक ऐसी योजना बनायी है, जिससे उसकी कमाई भी होगी और हाईस्पीड ट्रैक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 5, 2018 4:51 PM

नयी दिल्ली : दीवार. आम तौर पर तो लोग इसे घर, चौहद्दी, चहारदीवारी आदि में इस्तेमाल करते हैं, लेकिन दीवारों से कमाई कैसे की जाती है, इसका मंत्र रेलवे ही जानता है. जी हां, आप बिल्कुल सही पढ़ रहे हैं. रेलवे ने एक ऐसी योजना बनायी है, जिससे उसकी कमाई भी होगी और हाईस्पीड ट्रैक की रक्षा भी हो सकेगी.

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खबर है कि भारतीय रेल प्रस्तावित हाई स्पीड के रेल मार्गों के दोनों ओर दीवार बनाने और उन पर विज्ञापन से कमाई करने के प्रस्ताव पर विचार कर रही है. सूत्रों ने कहा कि इसके पीछे रेलवे की मंशा गैर-किराये के स्रोत से कमाई में इजाफा करने की है. सूत्रों ने कहा कि दीवारें सुरक्षा का काम करने के साथ कमाई का माध्यम भी बन सकती है. विज्ञापन से इनकी निर्माण लगात वसूलने में मदद मिलेगी.

रेलवे ऐसे ठेकेदारों से बातचीत कर रहा है, जो प्री- फैब्रिकेटेड दीवारों की आपूर्ति कर सकते हैं. सूत्र यह भी बताते हैं कि रेलवे उन कंपनियों को विज्ञापन से होने वाली कमाई में हिस्सेदार भी बना सकता है. योजना से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि दिल्ली-मुंबई हाई स्पीड गलियारे की योजना पर काम चल रहा है. इस पर सुरक्षा के लिहाज से भी इस तरह की दीवारों की जरूरत है.

सूत्रों ने कहा कि हम इन दीवारों पर विज्ञापन के जरिये से कमाई करने के विकल्प पर काम कर रहे हैं. यह गलियारा सघन क्षेत्र से जायेगा. इसमें विज्ञापन बहुत ज्यादा लोगों की निगाह से गुजरेंगे. सूत्र ने कहा कि पायल परियोजनाएं शुरू हो चुकी हैं. दीवारें पूरे नेटवर्क पर होंगी पर शुरुआत शहरी इलाकों से की जायेगी.

उन्होंने कहाकि यह दीवारें केवल कमाई के लिहाज से अहम नहीं होंगी, बल्कि पटरियों पर सुरक्षा बनाये रखने, अतिक्रमण से छुटकारा पाने, मवेशियों और अन्य बाधाओं को भी कम करने में मददगार साबित होंगी. रेल मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जा रहा है, जिसमें ध्वनि प्रदूषण को कम करने के लिए ध्वनि रोधक दीवारें बनाने का प्रस्ताव भी शामिल है. दीवारें लगभग 7-8 फुट ऊंची होंगी और इसके दोनों तरफ विज्ञापन सामग्री लगाने का विकल्प होगा.

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