नयी दिल्ली : वीडियोकॉन लोन डिफॉल्टर मामले में पेंच फंसने के बावजूद निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक आईसीआईसीआई का वित्त वर्ष 2018 की चौथी तिमाही में मुनाफा 1020 करोड़ रुपये रहा है. वित्त वर्ष 2017 की चौथी तिमाही में आईसीआईसीआई बैंक की ब्याज से होने वाली कमाई 5863 करोड़ रुपये के अनुमान के मुकाबले 6022 करोड़ रुपये रही है.
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तिमाही-दर-तिमाही के आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में आईसीआईसीआई बैंक का कुल एनपीए 7.82 फीसदी से बढ़कर 8.84 फीसदी रहा है. तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में आईसीआईसीआई बैंक का नेट एनपीए 4.20 फीसदी से बढ़कर 4.77 फीसदी रहा है.
रुपये में आईसीआईसीआई बैंक के एनपीए पर नजर डालें, तो तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में कुल एनपीए 6038.7 करोड़ रुपये से बढ़कर 54062 करोड़ रुपये रहा है. चौथी तिमाही में नेट एनपीए 23810.3 करोड़ रुपये से बढ़कर 27886 करोड़ रुपये रहा.
सालाना आधार पर जनवरी-मार्च तिमाही में आईसीआईसीआई बैंक का घरेलू लोन ग्रोथ 15 फीसदी रहा है. तिमाही-दर-तिमाही आधार पर चौथी तिमाही में बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन 3.14 फीसदी से बढ़कर 3.24 फीसदी हो गया है. बैंक के बोर्ड ने 1.5 प्रति शेयर के डिविडेंड का ऐलान किया है.
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