नयी दिल्ली : पूंजी बाजार नियामक सेबी ने पैनकार्ड क्लब्स की तीन संपत्तियों के लिए बुधवार को हुई नीलामी में खरीदारों की तलाश कर ली. राशि की वसूली के लिए यह नीलामी की गयी. पैनकार्ड क्लब्स के खिलाफ वसूली कार्यवाही के तहत इन संपत्तियों के लिए ई-नीलामी बुधवार को संपन्न हुई.
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कंपनी ने 2002-03 से 2013-14 के दौरान अवैध सामूहिक निवेश योजना (सीआईएस) के जरिये 51.55 लाख से अधिक निवेशकों से 7,000 करोड़ रुपये से अधिक राशि जुटायी. कंपनी की ये संपत्तियां राजस्थान के अजमेर में यूनाइटेड 21 रॉयल रिजॉर्ट, नवी मुंबई के पनवेल में दुकान तथा मुंबई के गोरेगांव में दफ्तर है.
नीलामी के बाद सेबी ने रीचा बिल्डकॉन को रिजॉर्ट के लिए सबसे बड़ी बोलीदाता घोषित किया. कंपनी ने 1.84 करोड़ रुपये की बोली लगायी.
वहीं, डिंपल अरोड़ा नाम के बोली लगाने वाले ने दफ्तर की जगह के लिए 1.33 करोड़ रुपये तथा दुकान के लिए दिलीप दीपचंद मानवानी नाम के व्यक्ति ने सर्वाधिक 67.42 लाख रुपये की बोली लगायी. बोलीदाताओं ने बयाना राशि और निरीक्षण शुल्क जमा कर दिया था. सेबी ने तीन अलग-अलग आदेशों में तीनों से शेष राशि तथा बोली राशि का एक फीसदी कुर्की शुल्क के रूप में जमा करने को कहा है.
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