मुंबई : बैंकों और आयतकों की ओर से डॉलर की सतत मांग के चलते अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया गुरुवार को पांच पैसे की गिरावट के साथ 15 माह के ताजा निम्न स्तर 67.32 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ. स्थानीय शेयर बाजारों से पूंजी की निकासी के साथ-साथ कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से रुपये के प्रति बाजार की धारणा प्रभावित रही.
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ईरान के साथ परमाणु समझौते से हटने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के बाद पश्चिम एशिया में के बढ़ते तनाव पर भी मुद्रा कारोबारियों और सटोरियों की नजर है. सुबह एक समय रुपया 67.44 तक गिर गया था. बाद में विनिमय दर 67.24 तक सुधर गयी थी. अंत में डॉलर के मुकाबले पांच पैसे अथवा 0.07 फीसदी की गिरावट के साथ 67.22 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ.
गौरतलब है कि यह रुपये का सात फरवरी 2017 के बाद का निम्नतम स्तर है. उस दिन डॉलर 67.41 पर बंद हुआ था. भारतीय रिजर्व बैंक ने गुरुवार को कारोबार के लिए संदर्भ दर 67.3786 रुपये प्रति डालर और 79.8908 रुपये प्रति यूरो निर्धारित की थी. अंतर मुद्रा कारोबार में यूरो और जापानी येन के मुकाबले रुपये में गिरावट आयी, जबकि पौंड के मुकाबले इसमें तेजी देखी गयी.
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