नयी दिल्ली : रिलायंस जियो के 199 रुपये के नये पोस्टपेड प्लान से प्रतिस्पर्धी कंपनियों के राजस्व पर असर पड़ने की संभावना है. बाजार विश्लेषकों ने यह अनुमान जताते हुए कहा कि इससे दूरसंचार क्षेत्र में प्राइस वार ( टैरिफ वार ) शुरू हो सकता है.
जेपी मॉर्गन ने अपनी रिपोर्ट में कहा , ‘‘ इस कदम से पोस्टपेड क्षेत्र में दरों में कटौती का एक और दौर देखने को मिल सकता है जिससे अन्य कंपनियों को नुकसान होगा. जियो का पोस्टपेड प्लान अन्य कंपनियों की पोस्टपेड दरों से काफी कम है.’ गोल्डमैन सैक्स ने कहा , ‘‘ जियो की अंतरराष्ट्रीय कॉल की दरें काफी प्रतिस्पर्धी हैं और इसके कारण हम प्रतिस्पर्धी कंपनियों पर दरें कम करने का दबाव देख सकते हैं. हालांकि , ऐसी स्थिति में जब 10-15 प्रतिशत पोस्टपेड राजस्व अंतरराष्ट्रीय कॉल से प्राप्त होता हो , और यदि इसमें 50 प्रतिशत कमी आ जाए , प्रतिस्पर्धी कंपनियों के राजस्व में दो प्रतिशत से कम गिरावट आएगी.
‘ सीएलएसए की विश्लेषक दीप्ति चतुर्वेदी और अक्षत अग्रवाल ने कहा कि दूरसंचार उद्योग के उपभोक्ताओं में पांच प्रतिशत पोस्टपेड वाले हैं पर मोबाइल राजस्व में इनकी हिस्सेदारी करीब 20 प्रतिशत है. मॉर्गन स्टानली के अनुसार जियो का नया प्लान एयरटेल के मोबाइल राजस्व पर एक प्रतिशत तक असर डाल सकता है. उल्लेखनीय है कि रिलायंस जियो ने गुरुवार को नये पोस्टपेड प्लान की घोषणा की थी जो 199 रुपये प्रति माह की दर से शुरू है. इसके तहत जियो 50 पैसे प्रति मिनट की दर से अंतरराष्ट्रीय कॉल की पेशकश कर रही है. ये प्लान 15 मई से उपभोक्ताओं के लिए उपलब्ध होंगे.
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