मुबंई : ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट आने वाले 4 साल के अंदर स्टॉक मार्केट में लिस्टेड हो सकती है.अमेरिकी रेग्युलेटर के फाइलिंग में वालमार्ट ने कहा है कि चार साल के अंदर फ्लिपकार्ट का आइपीओ आ सकता है. बता दें कि वालमार्ट ने इसी सप्ताह घोषणा की थी कि फ्लिपकार्ट की 77 फीसदी स्टेक के लिए वह 16 अरब डॉलर की भुगतान करेगी. वालमार्ट के इस खरीददारी से भारत में अमेजन को कड़ी टक्कर मिलेगी.
वालमार्ट द्वारा जारी एक बयान के मुताबिक उसके अलावा कंपनी में बिन्नी बंसल, टेनसेंट होल्डिंग्स लिमिटेड, टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट एलएलसी और माइक्रोसॉफ्ट कॉर्प के पास बची हुई 23% हिस्सेदारी रहेगी, क्योंकि सॉफ्टबैंक अपनी 20-22% की हिस्सेदारी बेचने के लिए तैयार हो गया था. सूत्र के अनुसार सॉफ्टबैंक का फ्लिपकार्ट से बाहर आने का निर्णय करना अभी बाकी है. इसके पीछे अहम कारण है कि हिस्सेदारी बेचने पर सॉफ्टबैंक को होने वाले लाभ पर कर चुकाना होगा , जिसके आधार पर वह फैसला करेगा.
सॉफ्टबैंक ने फ्लिपकार्ट में 2.5 अरब डॉलर का निवेश किया था, जबकि इससे बाहर आने पर उसे 4.5 अरब डॉलर मिलेंगे. इस प्रकार दो अरब डॉलर के लाभ पर भारतीय कानून के अनुसार उसे कर देना होगा. सॉफ्टबैंक के प्रवक्ता से इस बारे में संपर्क करने पर उसने टिप्पणी करने से मना कर दिया.
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