नयी दिल्ली : हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी से जुड़े करोड़ों रुपये के पीएनबी घोटाले की जांच की निगरानी कर रहे सीबीआई अधिकारी राजीव सिंह को निर्धारित समय से पहले ही उनके मूल कैडर त्रिपुरा में वापस भेज दिया गया है. राजीव अभी एजेंसी में संयुक्त निदेशक हैं. यह कदम ऐसे समय उठाया गया है, जब एजेंसी नीरव मोदी और चोकसी के खिलाफ रेड काॅर्नर नोटिस की योजना बना रही है.
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कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग द्वारा 23 मई को जारी एक आदेश के अनुसार, सीबीआई के तीन अन्य अधिकारियों को भी उनके मूल कैडरों में वापस भेज दिया गया है. इनमें संयुक्त निदेशक नीना सिंह, डीआईजी अनीश प्रसाद और पुलिस अधीक्षक आर गोपाल कृष्ण राव शामिल हैं. चारों अधिकारी आईपीएस हैं. नीना सिंह राजस्थान कैडर से हैं जबकि शेष तीन अधिकारी त्रिपुरा कैडर के हैं.
आदेश में कहा गया है कि नीना सिंह, राजीव सिंह और आर गोपाल कृष्ण राव को तत्काल अपने मूल कैडर में लौटना होगा, जबकि प्रसाद दो जून को लौटेंगे. इसमें कहा गया है कि अधिकारियों को समय से पहले लौटाने के संबंधित राज्य सरकारों के अनुरोध पर यह फैसला किया गया है.
गौरतलब है कि पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) में करीब 13 हजार करोड़ रुपये से अधिक के घाेटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (र्इडी) ने नीरव मोदी के खिलाफ पहला चार्जशीट दायर किया है. इससे पहले, सीबीआई ने इस मामले में हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के खिलाफ चार्जशीट दर्ज कर चुकी है. ईडी ने नीरव मोदी के खिलाफ ताजा कार्रवाई करते हुए उसकी 170 करोड़ रुपये की कीमत की संपत्ति कुर्क कर ली थी.
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