नयी दिल्ली : दूरसंचार नियामक ट्राई ने अवांछित फोन कॉल आैर एसएमएस पर लगाम लगाने के लिए नियमों का नया मसौदा मंगलवार को जारी किया, जिसमें उसने ब्लॉकचैन प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल का प्रस्ताव किया गया है. नियामक ब्लॉकचैन प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल के जरिए यह सुनिश्चित करना चाहता है कि टेलीमार्केटिंग वालों के फोन या एसएमएस केवल उन्हीं को मिले, जिन्होंने इसके लिए अपना नंबर दिया हो. भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकार (ट्राई) के चेयरमैन आरएस शर्मा ने संवाददाताओं को यह जानकारी दी.
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उन्होंने कहा कि ब्लॉकचैन से दो बातें सुनिश्चित होंगी कि केवल अधिकृत लोगों को ही ग्राहकों का ब्यौरा मिले और तभी मिले, जब उन्हें सेवा देने की जरूरत हो. इस तरह का नियम लाने वाला ट्राई पहला संगठन होगा. दूरसंचार वाणिज्यिक संचार ग्राहक वरीयता नियमन 2018 के मसौदे पर 11 जून तक टीका-टिप्पणी की जा सकती है. नयी प्रौद्योगिकी आधारित इन नियमों के तहत ग्राहकों व इकाई के बीच सभी संवाद रिकाॅर्ड होगा, ग्राहक की रजामंदी ली जाएगी और टेलीमार्केटिंग कंपनियों को अधिकृत किया जायेगा.
ट्राई के सचिव एसके गुप्ता ने कहा कि देखा गया है कि अनेक टेलीमार्केटिंग कंपनियां ग्राहकों का ब्यौरा पाने के लिए दूरसंचार कंपिनयों के यहां पंजीकरण करवा लेती हैं. नयी प्रणाली के तहत अधिकृत एजेंसियों को तभी पहुंच दी जायेगी, जबकि वे सेवा की आपूर्ति कर रही होंगी. उन्हें केवल उन्हीं ग्राहकों का ब्यौरा दिया जायेगा, जिन्होंने इसको लेकर सहमति जतायी हो.
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