नयी दिल्ली : वीडियोकॉन लोन घोटाला मामले में व्हिसलब्लोअर अनिल गुप्ता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दूसरी बार पत्र लिखकर आईसीआईसीआई बैंक की एमडी और सीईओ चंदा कोचर पर नये आरोप लगाये हैं. गुप्ता का दावा है कि आईसीआईसीआई बैंक ने एस्सार ग्रुप के रुइया ब्रदर्स को लाभ पहुंचाया, जिसने चंदा कोचर के पति दीपक कोचर के फर्म में बड़े पैमाने पर निवेश किया है, जो वर्तमान में वीडियोकॉन लोन मामले के केंद्र में हैं.
आईसीआईसीआई बैंक ने एस्सार समूह के वैश्विक उद्यमों को विशेष रूप से यूनाइटेड किंगडम स्थित एस्सार आयल को फंडिंग की है. आज के समय में यह नॉन परमार्निंग एसैट बन चुका है और लोन की वापसी असंभव है, उक्त बातें अनिल गुप्ता ने कही. उन्होंने कहा कि बाजवूद इसके आईसीआईसीआई बैंक इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है ना ही इनपर कोई दबाव बना रहा है.
उन्होंने कहा कि यह असामान्य है क्योंकि जो कंपनी घाटे में चल रही है उसपर कितना निवेश किया जा सकता है, यह ध्यान देने वाली बात है. आईसीआईसीआई आज के समय में ‘वन पर्सन शो’ बन चुका है. बैंक की नौ कमेटियों में से छह में चंदा कोचर मौजूद हैं. उनका वर्क कल्चर जांच के दाये में है.
अनिल गुप्ता ने यह दूसरा पत्र प्रधानमंत्री को लिखा है, इससे पहले उन्होंने मार्च 2016 में प्रधानमंत्री को एक पत्र लिखा था जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि चंदा कोचर और वीडियोकॉंन ग्रुप के बीच गलत डीलिंग हुई है.
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