मुंबई : रिजर्व बैंक ने जारी वित्तीय वर्ष की दूसरी मौद्रिक समीक्षा में रेपो रेट में 25 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि की है.अब रेपो रेट 6.25 प्रतिशत हो गया है. रिजर्व बैंक की मौद्रिक समीक्षा कमेटीकेसभी सदस्यों सेब्याजदर बढ़ाने का एक साथ समर्थन किया है. ब्याज दर में इस वृद्धि से आम आदमी की इएमआइ बढ़ सकती है. ध्यान रहे कि कई बैंकों ने आरबीआइ की मौद्रिक समीक्षा से पहले ही ब्याज दर बढ़ा दिया था. रिवर्स रेपो रेट में भी 25 बेसिस प्वाइंट की वृद्धि की गयी है और यह अब छह प्रतिशत हो गयी है.
रिजर्व बैंक के द्वारा रेपो रेट बढ़ाये जाने से फिनांस से संबंधित शेयरों में अच्छी तेजी देखी गयी. बाजार पर भी इसका पाॅजिटिव असर पड़ा व सेंसेक्स 276 अंक चढ़कर 35178 अंक पर और निफ्टी 91 अंक चढ़ कर 10, 684 अंक पर बंद बंद हुआ. बाजार के जानकारों का कहना है कि बाजार को अनिश्चितता पसंद नहीं है और उसे रिजर्व बैंक ने आज खत्म कर दिया, इसलिए पॉजिटिव मोमेंटम देखने को मिला.
Gross domestic product (GDP) growth for 2017-18 has been revised & estimated at 6.7% backed by an all time high production of food grains and horticulture, strengthening of industrial growth and resilient services sector activity: RBI Guv Urjit Patel pic.twitter.com/3Eam0qniRf
— ANI (@ANI) June 6, 2018
आरबीआइ ने 2018-19 की पहली छमाही के लिए खुदरा मुद्रास्फीति के अनुमान को संशोधित कर 4.8-4.9 प्रतिशत तथा दूसरी छमाही के लिए 4.7 प्रतिशत किया है. रिजर्व बैंक ने 2018-19 के लिए जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को 7.4 प्रतिशत पर बरकरार रखा.
रिजर्व बैंक ने कहा है कि कच्चे तेल की कीमतों में अनिश्चितता को लेकर महंगाई का चिंता बनी हुई है. माॅनसून का आंकड़ा भी साफ नहीं होने की बात कही गयी है. मई में महंगाई बढ़ने का अनुमान भी व्यक्त किया गया है.हालांकि अच्छे मानसून के अनुमान को कृषि के लिए बेहतर माना गया है.
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