8.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

अमेरिका के Trade War का भारत ने दिया करारा जवाब, चीन ने लगाया ब्लैकमेल करने की रणनीति अपनाने आरोप

नयी दिल्ली : भारत ने अमेरिका को करारा जवाबी कार्रवाई करते हुए वहां से आने वाले कई उत्पादों पर सीमा शुल्क बढ़ा दिया है. वहीं, चीन ने भी अमेरिका पर दबाव तथा ब्लैकमेल करने की रणनीति अपनाने का आरोप लगाया है. भारत की ओर से फिलहाल जवाब कार्रवाई में बंगाली चना, मसूर दाल और आर्टेमिया […]

नयी दिल्ली : भारत ने अमेरिका को करारा जवाबी कार्रवाई करते हुए वहां से आने वाले कई उत्पादों पर सीमा शुल्क बढ़ा दिया है. वहीं, चीन ने भी अमेरिका पर दबाव तथा ब्लैकमेल करने की रणनीति अपनाने का आरोप लगाया है. भारत की ओर से फिलहाल जवाब कार्रवाई में बंगाली चना, मसूर दाल और आर्टेमिया आदि पर सीमा शुल्क बढ़ा दिया है. वित्त मंत्रालय ने एक अधिसूचना में कहा कि ये शुल्क चार अगस्त से प्रभावी होंगे. मटर और बंगाली चने पर शुल्क बढ़ाकर 60 फीसदी तथा मसूर दाल पर 30 फीसदी कर दिया गया है.

इसे भी पढ़ें : Trade war छेड़ना अमेरिका को पड़ सकता है भारी, चीन के बाद ईयू-कनाडा समेत भागीदार देशों ने दी चुनौती

इनके अलावा, बोरिक एसिड पर 7.5 फीसदी तथा घरेलू रीजेंट पर 10 फीसदी शुल्क लगाया गया है. आर्टेमिया पर शुल्क बढ़ाकर 15 फीसदी कर दिया गया है. वहीं, चुनिंदा किस्म के नटों, लोहा एवं इस्पात उत्पादों, सेब, नाशपाती, स्टेनलेस स्टील के चपटे उत्पाद, मिश्रधातु इस्पात, ट्यूब-पाइप फिटिंग, स्क्रू, बोल्ट और रिवेट पर शुल्क बढ़ाया गया है. हालांकि, अमेरिका से आयातित मोटरसाइकिलों पर शुल्क नहीं बढ़ाया गया है. अमेरिका ने चुनिंदा इस्पात एवं एल्युमीनियम उत्पादों पर बढ़ा दिया था. इससे भारत पर 24.1 करोड़ डॉलर का शुल्क बोझ पड़ा था. भारत ने इसी के जवाब में ये शुल्क लगाये हैं.

उधर, चीन ने अपने सैकड़ों अरब डॉलर के आयात पर शुल्क लगाने की धमकी को लेकर अमेरिका पर गुरुवार को दबाव तथा ब्लैकमेल करने की रणनीति अपनाने का आरोप लगाया. चीन के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता गाओ फेंग ने कहा कि अमेरिका वैश्विक व्यापार व्यवस्था को नुकसान पहुंचा रहा है. उन्होंने कहा कि अमेरिका के ये तरीके उसके तथा सभी व्यापारिक भगीदारों के कारोबारी हितों को नुकसान पहुचायेंगे. गाओ ने संवाददाताओं से कहा कि अमेरिका द्वारा संरक्षणवाद का डंडा चलाकर दबाव बनाने तथा ब्लैकमेल करने की नीति का चीन विरोध करता है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें