नयी दिल्ली : भारत ने सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियों पर कराधान के मुद्दे को ऑस्ट्रेलिया के सामने उठाया है. आस्ट्रेलिया के ग्राहकों को ऑफशोर सॉफ्टवेयर सेवाएं प्रदान करने वाली भारतीय आईटी कंपनियों पर कराधान को लेकर भारत ने चिंता जतायी है. एक अधिकारी ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया के अधिकारियों ने कहा है कि वे इस मामले पर गौर करेंगे.
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वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु की हालिया कैनबरा और सिडनी यात्रा के दौरान यह मुद्दा उठाया गया था. वैश्विक व्यापार नियमों के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया भारतीय आईटी कंपनियों पर सिर्फ ऑफशोर सेवाओं के लिए कर लगा सकता है, लेकिन वह भारत से दी जाने वाली ऑफशोर सेवाओं पर कर नहीं लगा सकता. कुछ भारतीय कंपनियों ने इस मामले में ऑस्ट्रेलिया की अदालतों में अपील की है, लेकिन वहां उनके खिलाफ आदेश पारित हुआ है.
भारतीय आईटी कंपनियों को अमेरिकी कंपनियों को ऑफशोर सेवाएं देने पर सबसे अधिक प्राप्ति होती है. भारत ने इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया से अपने फलों व सब्जियों के लिए अधिक बाजार पहुंच की मांग की है. अधिकारी ने कहा कि हमने कुछ भारतीय खनन कंपनियों के निवेश प्रस्तावों के मुद्दे को भी उठाया है. इन कंपनियों का निवेश वहां फंसा हुआ है.
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