सिंडीकेट बैंक से होम लोन और पर्सनल लोन लेना होगा महंगा, जानिये क्यों…
नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र के सिंडिकेट बैंक ने शनिवार को कोष की सीमांत लागत आधारित ऋण की ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.1 फीसदी वृद्धि की है. शेयर बाजार को दी जानकारी में बैंक ने बताया कि बढ़ी हुई ब्याज दरें 10 जुलाई से प्रभावी होंगी. बैंक ने एक दिन, एक महीने, तीन महीने, छह […]
नयी दिल्ली : सार्वजनिक क्षेत्र के सिंडिकेट बैंक ने शनिवार को कोष की सीमांत लागत आधारित ऋण की ब्याज दर (एमसीएलआर) में 0.1 फीसदी वृद्धि की है. शेयर बाजार को दी जानकारी में बैंक ने बताया कि बढ़ी हुई ब्याज दरें 10 जुलाई से प्रभावी होंगी.
बैंक ने एक दिन, एक महीने, तीन महीने, छह महीने और एक साल की अवधि के ऋण की ब्याज दर में 0.1 फीसदी की वृद्धि की है. ब्याज दर में इस वृद्धि के बाद ये दरें क्रमश : 8.10 फीसदी, 8.15 फीसदी, 8.20 फीसदी, 8.40 फीसदी और 8.65 फीसदी हो गयी.
इसे भी पढ़ें : महंगे हुए एसबीआइ व पीएनबी के कर्ज, ऐसी बढ़ेगी आपकी इएमआइ
सार्वजनिक क्षेत्र के ही एक अन्य बैंक ऑफ महाराष्ट्र ने अपनी ब्याज दरों में 0.15 फीसदी तक की कटौती की है. सभी बैंक हर महीने अपने एमसीएलआर की समीक्षा करते हैं. एमसीएलआर में होने वाली घट-बढ़ का असर बैंकों के वाहन, आवास और व्यक्तिगत कर्ज की ब्याज दर पर पड़ता है.
गौरतलब है कि बीते एक जून को देश के तीन बड़े बैंकों एसबीआई, पीएनबी और आईसीआईसीआई बैंक ने बेंचमार्क लोन दर यानी कोष की सीमांत लागत (एमसीएलआर) आधारित दर में 0.1 फीसदी की वृद्धि की है. इससे उपभोक्ताओं के लिए कर्ज महंगा होगा. नयी दरें 1 जून से ही लागू हो गयी हैं. एसबीआई ने सभी तीन साल तक की विभिन्न परिपक्वता अवधि की बेंचमार्क ऋण दर में 0.10 फीसदी तक की वृद्धि की है.
वहीं, पीएनबी ने तीन साल और पांच साल की अवधि के लिए एमसीएलआर को बढ़ाकर क्रमश: 8.55 फीसदी और 8.7 फीसदी किया है. पीएनबी ने आधार दर को भी 9.15 फीसदी से बढ़ाकर 9.25 फीसदी किया.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.