लखनऊ : रिटेल क्षेत्र की अमेरिकी कंपनी वालमार्ट ने सोमवार को उत्तर प्रदेश में अपना पहला बिजनेस-टू-बिजनेस फुलफिलमेंट सेंटर (एफसी) खोलने का ऐलान किया है. उसने कहा कि वह अगले तीन साल में भारत में 20 थोक केंद्र खोलेगी. वालमार्ट इंडिया के अध्यक्ष और मुख्य अधिशासी अधिकारी कृष अय्यर ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में यह घोषणा करते हुए कहा कि लखनऊ में खुलने वाला यह केंद्र मुंबई के बाद भारत का दूसरा वालमार्ट एफसी होगा. इसका प्रबंधन वालमार्ट की साझीदार डीएचएल इंडिया द्वारा किया जायेगा. तीसरा एफसी हैदराबाद में खोलने की योजना है.
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उन्होंने बताया कि इस एफसी में खुदरा व्यवसायी ऑनलाइन ऑर्डर दे सकेंगे, जिसकी सुपुर्दगी उन्हें अपनी दुकान पर मिलेगी. इस एफसी से लखनऊ और आसपास के 100 किलोमीटर के दायरे में आने वाले स्थानों पर मौजूद कारोबारी सदस्यों को सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी. इस एफसी से रोजगार के करीब 1500 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष अवसर पैदा होंगे.
उन्होंने बताया कि कंपनी अगले तीन साल में 20 कैश एंड कैरी स्टोर खोलेगी. इनमें से दो स्टोर इस साल खुलेंगे. उसके अगले वर्ष आठ और उसके अगले साल 10 स्टोर खोलने की योजना है. उत्तर प्रदेश में कंपनी ने ऐसे केंद्र खोलने के लिए 15 स्थान चिह्नित करके औपचारिक समझौते किये हैं. ये स्टोर अगले पांच साल में काम शुरू कर देंगे.
अय्यर ने बताया कि इस वक्त उत्तर प्रदेश में वालमार्ट के कुल चार तथा पूरे भारत में 21 कैश एंड कैरी स्टोर संचालित किये जा रहे हैं. कंपनी की कानपुर, मुरादाबाद, वाराणसी, गोरखपुर, सहारनपुर, लखनऊ और गाजियाबाद में ‘बेस्ट प्राइस‘ स्टोर खोलने की योजना है. कंपनी का अगले सात साल में 50 और स्टोर खोलने का लक्ष्य है.
वालमार्ट के कारण भारत के छोटे व्यवसायियों के कारोबार पर असर पड़ने संबंधी आशंकाओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान बहुत बड़ा देश है. यहां अलग-अलग तरह के उपभोक्ताओं की भिन्न-भिन्न पसंदगी और प्राथमिकताएं हैं. वालमार्ट का अपना अलग उपभोक्ता आधार है. हमें नहीं लगता कि उसकी वजह से छोटे दुकानदारों पर कोई प्रभाव पड़ेगा.
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