”स्विस बैंक खातों में जमा 7000 करोड़ में भारत स्थित शाखाओं के आंकड़े भी शामिल”

नयी दिल्ली/ज्यूरिख : भारतीयों के स्विस बैंकों में जमा धन के आंकड़ों को लेकर छिड़े विवाद के बीच स्विटजरलैंड के केंद्रीय बैंक प्राधिकरण एसएनबी ने कहा है कि उसके जो आंकड़े हैं, वह भारतीय ग्राहकों की कुल जमा राशि के हैं. इसमें भारत स्थित उसकी बैंक शाखाओं के आंकड़े भी शामिल हैं. दि स्विस नेशनल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2018 10:12 PM

नयी दिल्ली/ज्यूरिख : भारतीयों के स्विस बैंकों में जमा धन के आंकड़ों को लेकर छिड़े विवाद के बीच स्विटजरलैंड के केंद्रीय बैंक प्राधिकरण एसएनबी ने कहा है कि उसके जो आंकड़े हैं, वह भारतीय ग्राहकों की कुल जमा राशि के हैं. इसमें भारत स्थित उसकी बैंक शाखाओं के आंकड़े भी शामिल हैं. दि स्विस नेशनल बैंक (एसएनबी) ने कहा कि उसके आंकड़ों में भारत स्थित स्विस बैंक की शाखाओं में जमा राशि के आंकड़े भी शामिल हैं. इस लिहाज से बैंक फॉर इंटरनेशनल सेटलमेंट (बीआईएस) द्वारा जुटाये गये आंकड़े, जिसमें बैंकों के उनके स्थान के अनुरूप आंकड़े रखे जाते हैं, अधिक विश्वसनीय हैं.

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बीआईएस दुनिया के केंद्रीय बैंकों का संगठन है. रिजर्व बैंक के 31 जनवरी, 2018 तक के आंकड़ों के मुताबिक स्विटजरलैंड के केवल एक बैंक, ‘क्रेडिट सुईस’ की भारत में शाखा है, जबकि दो अन्य बैंक यूबीएस और जरकर केंटोनल बैंक की भी भारत में उनके एक प्रतिनिधि कार्यालय के जरिये उपस्थिति है. स्विस नेशनल बैंक की वार्षिक रिपोर्ट में कहा गया था कि स्विस बैंक में भारतीयों की जमा राशि 2017 में 50 फीसदी बढ़कर 1.01 अरब फ्रैंक करीब 7,000 करोड़ रुपये तक पहुंच गयी है. इस रिपोर्ट में कहा गया कि लगातार तीन साल तक गिरावट में रहने के बाद 2017 में भारतीयों की जमा राशि में उछाल आया है.

हालांकि, इस मामले को राजनीतिक तूल पकड़ने के बाद वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि स्विस बैंकों में भारतीयों की जमा राशि वास्तव में 2017 में 34.5 फीसदी कम हुई है. गोयल ने राज्यसभा को प्रश्नकाल के दौरान बताया कि उन्होंने इस मुद्दे पर स्विस प्रशासन के साथ बातचीत की हैख् जिसमें उन्हें बताया गया कि मीडिया रिपोर्टों में आंकड़ों को उस रूप में पेश नहीं कि गया, जैसा होना चाहिए था.

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