मुंबई : भारतीय कंपनियों ने बाह्य वाणिज्यिक ऋण (ईसीबी) और रुपया आधारित बांड (आरडीबी) के जरिये जून, 2018 में 2.71 अरब डॉलर जुटाये. यह पिछले साल के इसी महीने से 66.3 फीसदी अधिक है. भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों से इसकी जानकारी मिली है. एक साल पहले जून, 2017 में भारतीय कंपनियों ने विदेशी बाजारों से 1.63 अरब डॉलर जुटाये थे.
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आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय कंपनियों ने बाह्य वाणिज्यिक उधारी के माध्यम से 2.66 अरब डॉलर से अधिक जबकि आरडीबी बांड जारी करके 4.94 करोड़ डॉलर जुटाये. अधिक से अधिक 75 कंपनियों ने ईसीबी मार्ग से 2.66 अरब डॉलर की पूंजी जुटायी. पूंजी जुटाने वाली बड़ी कंपनियों में एचडीएफसी लिमिटेड (75 करोड़ डॉलर), मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स (35 करोड़ डॉलर), श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस (50 करोड़ डॉलर) और इंडियाबुल्स फाइनेंस (24 करोड़ डॉलर) शामिल हैं.
टाटा मोटर्स ने पहले के ईसीबी के पुनर्वित्त पोषण के लिए 25 करोड़ डॉलर जुटाये, जबकि एल एंड टी हाइड्रोकार्बन इंजीनियरिंग ने 10.70 करोड़ डॉलर जुटाये. इंडिया इंफोलाइन फाइनेंस और ग्लोबल मेटल ने आरडीबी जारी करके क्रमश: 4.79 करोड़ डॉलर और 14.7 लाख डॉलर जुटाये.
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