20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए दी जा सकती है 4,000 करोड़ रुपये की सब्सिडी

नयी दिल्ली : वित्त मंत्रालय इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों को बढ़ावा देने के लिए फेम इंडिया के दूसरे चरण के लिए करीब 4,000 करोड़ रुपये के सब्सिडी खर्च को मंजूरी दे सकता है. भारी उद्योग मंत्रालय ने अगले पांच साल में योजना के क्रियान्वयन के लिए पांच साल में 12,200 करोड़ रुपये की मांग की […]

नयी दिल्ली : वित्त मंत्रालय इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड वाहनों को बढ़ावा देने के लिए फेम इंडिया के दूसरे चरण के लिए करीब 4,000 करोड़ रुपये के सब्सिडी खर्च को मंजूरी दे सकता है. भारी उद्योग मंत्रालय ने अगले पांच साल में योजना के क्रियान्वयन के लिए पांच साल में 12,200 करोड़ रुपये की मांग की थी. योजना के दूसरे चरण में सब्सिडी केवल इलेक्ट्रिक बसों तथा सभी श्रेणी के वाहनों के लिए चार्जिंग बुनियादी ढांचा लगाने के लिए है.

इसे भी पढ़ें : खत्म हो रहा है डीजल – पेट्रोल कारों का दौर, भारतीय वाहन कंपनियों के लिए चुनौती

फिलहाल फेम इंडिया-1 के तहत प्रोत्साहन हाइब्रिड और इलेक्ट्रिक वाहनों, दो-पहिया तथा तीन-पहिया की खरीद के लिए दिया जा रहा है. योजना के तहत प्रौद्योगिकी के आधार पर बैटरी चालित स्कूटर और मोटरसाइकिल भी 1,800 रुपये से लेकर 29,000 रुपये के बीच प्रोत्साहन के पात्र है. वहीं, तीन-पहिया वाहनों के मामले में यह 3,300 रुपये से 61,000 रुपये के बीच है.

सरकारी अधिकारियों ने बताया कि मंत्रिमंडल से योजना के दूसरे चरण को एक पखवाड़े के भीतर मंजूरी मिलने की उम्मीद है. सब्सिडी आबंटन के बारे में निर्णय व्यय सचिव तथा भारी उद्योग मंत्रालय सचिव की कल हुई बैठक में किया गया. फिलहाल, वाहन कंपनियां प्रत्येक महीने के आखिरी में प्रोत्साहन का दावा करती हैं.

सरकार ने पर्यावरण अनुकूल वाहनों को बढ़ावा देने के लिए ‘फास्टर एडापशन एंड मैनुफैक्चरिंग आफ हाइब्रिड एंड इलेक्ट्रिक व्हीकल्स’ (फेम इंडिया) योजना 2015 में शुरू की. योजना के मौजूदा शुरुआती प्रोत्साहन चरण को इस साल सितंबर या दूसरे चरण की मंजूरी तक विस्तार दिया गया है.

Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें