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CBI ने किया बड़े रैकेट का भंडाफोड़, PSOI के जरिये सरकारी बाबू कर रहे थे हवाला कारोबार

नयी दिल्ली : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कहा कि उसने पालिका सर्विसेज ऑफिसर्स इंस्टिट्यूट (पीएसओआई) परिसर में छापेमारी के दौरान पाया कि इसके खानपान प्रबंधक के जरिये सरकारी अधिकारी धन को कथित तौर पर विदेश भेज रहे थे. सीबीआई ने पीएसओआई के खानपान प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया है. अधिकारियों ने इसे एक बड़ा […]

नयी दिल्ली : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने कहा कि उसने पालिका सर्विसेज ऑफिसर्स इंस्टिट्यूट (पीएसओआई) परिसर में छापेमारी के दौरान पाया कि इसके खानपान प्रबंधक के जरिये सरकारी अधिकारी धन को कथित तौर पर विदेश भेज रहे थे. सीबीआई ने पीएसओआई के खानपान प्रबंधक को गिरफ्तार कर लिया है. अधिकारियों ने इसे एक बड़ा रैकेट करार दिया.

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सीबीआई के अधिकारियों ने बताया कि केंद्रीय जांच एजेंसी ने गुरुवार को छापेमारी के दौरान पीएसओआई के खानपान प्रबंधक राकेश तिवारी की अलमारी से 20 महंगी रोलेक्स घड़ियां, 80 लाख रुपये नकद और 1.6 करोड़ रुपये के आभूषण बरामद किये. हालांकि, बुधवार की छापेमारी के दौरान तिवारी के पास से करीब 2.86 करोड़ रुपये बरामद किये गये थे. तिवारी चाणक्युपरी स्थित पीएसओआई में कैंटीन चलाता था.

अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी ने विराज प्रोफाइल्स के नीरज कोचर को भी गिरफ्तार किया है, जो एक भारतीय राजस्व अधिकारी के खिलाफ भ्रष्टाचार के एक मामले की जांच कर रहे सीबीआई अधिकारियों पर प्रभाव डालने के लिए तिवारी की कथित तौर पर सेवाओं का इस्तेमाल कर रहा था. भ्रष्टाचार के इस मामले में कोचर भी एक आरोपी है.

उन्होंने बताया कि एजेंसी ने गुरुवार को पीएसओआई, चाणक्यपुरी में खानपान प्रबंधक तिवारी के कार्यालयों पर छापेमारी की और अलमारी से हवाला लेन-देन की प्रविष्टियां बरामद कीं, जिनसे कथित तौर पता चला कि कई अधिकारी धन को अवैध रूप से विदेश भेजने के लिए उसकी सेवाओं का इस्तेमाल कर रहे थे. अधिकारियों ने बताया कि 35 लाख रुपये की रिश्वत के बदले भ्रष्टाचार के मामले को हल्का कराने के लिए कथित प्रयास करने पर तिवारी को बुधवार को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था.

उन्होंने कहा कि केंद्रीय जांच एजेंसी के कुछ अधिकारियों की भूमिका भी एजेंसी की नजरों में है. अधिकारियों ने बताया कि तिवारी को तब गिरफ्तार किया गया, जब वह पुरानी दिल्ली के एक हवाला डीलर से रकम की कुल राशि की दूसरी किश्त के रूप में 15 लाख रुपये ले रहा था. उन्होंने बताया कि तिवारी कोचर को राहत प्रदान करने तथा मामले से जुड़ी ‘संवेदनशील सूचना’ पहुंचाने के लिए उसके संपर्क में था.

एजेंसी ने आरोप लगाया है कि तिवारी ने अपने निजी संपर्कों का इस्तेमाल करने के लिए सीबीआई अधिकारियों को प्रलोभन देने तथा प्रभावित करने के लिए कोचर से बड़ी रिश्वत प्राप्त की. अधिकारियों ने बताया कि कोचर ने चांदनी चौक के हवाला ऑपरेटर कमाल अहमद के जरिये दो अगस्त को तिवारी को 20 लाख रुपये की कथित रिश्वत दी.

तिवारी ने जब रिश्वत की दूसरी किश्त के रूप में 15 लाख रुपये प्राप्त किये, तो सीबीआई ने उसे गिरफ्तार कर लिया. प्राथमिकी में आरोप लगाया गया है कि आगे यह खुलासा हुआ कि तिवारी सीबीआई की एसी-3 शाखा के अधिकारियों के भी संपर्क में था.

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