नयी दिल्ली : पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने और तेल कंपनियों पर लगातार दबाव के बाद भी देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी इंडियन ऑयल का मुनाफे में 50 से अधिक का इजाफा हुआ.
यह भी पढ़ लें
वीएस नायपॉल का 85 साल की उम्र में निधन, लंदन में ली अंतिम सांस
International Youth Day : युवाओं को विकास में भागीदार बनाने की चुनौती
‘टच द सन’ मिशन लांच, 9.30 करोड़ मील की दूरी तय कर 5 नवंबर को सूर्य की कक्षा में करेगा प्रवेश
सार्वजनिक क्षेत्र की पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आइओसी) का शुद्ध मुनाफा चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 50.27 प्रतिशत बढ़ कर 7,092.42 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. देश की सबसे बड़ी तेल कंपनी की पिछले वर्ष की तिमाही में शुद्ध मुनाफा 4,719.71 करोड़ रुपये था.
कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि आलोच्य तिमाही के दौरान उसकी कुल आय पिछले वित्त वर्ष के 1,32,234 करोड़ रुपये की तुलना में बढ़कर 1,52,377 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. कंपनी का खर्च भी इस दौरान 1,25,447 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,42,866 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.
यह भी पढ़ लें
मुजफ्फरपुर के प्रसिद्ध बाबा गरीबनाथ मंदिर में भगदड़ मची, दो दर्जन से अधिक कांवरिया घायल
धर्मांतरित आदिवासियों को भी मिलता रहेगा आरक्षण का लाभ : केंद्र सरकार
रांची : रीजनल बिशप्स काउंसिल ने ईसाई संगठनों पर कार्रवाई का किया विरोध, कहा- सरकार का रवैया दमनकारी
अंगरेजी अखबार बिजनेस स्टैंडर्ड के मुताबिक, एक बैरल क्रूड ऑयल की रिफाइनिंग में कंपनी को 10.21 डॉलर का मुनाफा हुआ. पिछले साल का यह 4.32 डॉलर के स्तर पर था.
रुपये की मजबूती से भी बढ़ा मुनाफा
डॉलर के मुकाबले रुपये में मजबूती से भी इंडियन ऑयल को मुनाफा हुआ. जून तिमाही के अंत तक डॉलर के मुकाबले रुपया 67.06 के स्तर पर था. यह पिछले साल के मुकाबले चार प्रतिशत कम है. जून तिमाही के अंत तक ब्रेंट क्रूड 75 डॉलर प्रति बैरल था, जबकि यह पिछले साल 51 प्रति बैरल था.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.