मुंबई : सरकार का प्रमुख स्वास्थ्य बीमा योजना कार्यक्रम ‘आयुष्मान भारत’ बीमा कंपनियों की साख के लिए फायदेमंद होगी, क्योंकि इससे उन्हें प्रीमियम में उच्च वृद्धि हासिल होगी. रेटिंग एजेंसी मूडीज ने एक रिपोर्ट में यह कहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में कहा था कि आयुष्मान भारत-राष्ट्रीय स्वास्थ्य संरक्षण मिशन की शुरुआत 25 सितंबर को की जायेगी. योजना के तहत 10 करोड़ गरीब परिवार को शामिल किया जायेगा और प्रति परिवार हर साल पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जायेगा.
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अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने गुरुवार को एक रिपोर्ट में कहा कि सार्वभौमिक स्वास्थ्य बीमा योजना देश की बीमा कंपनियों के लिए सकारात्मक साख वाली है, क्योंकि इससे प्रीमयम में अच्छी वृद्धि में मदद मिलेगी. रिपोर्ट के मुताबिक, साधारण बीमा प्रीमियम में स्वास्थ्य बीमा का योगदान करीब 23 फीसदी है और बीमा कंपनियों की वृद्धि के लिहाज से यह महत्वपूर्ण है. वित्त वर्ष 2011-12 से 2016-17 के दौरान स्वास्थ्य बीमा प्रीमियम संचयी आधार पर 18 फीसदी की दर से बढ़ा. वित्त वर्ष 2016-17 में केवल 44 करोड़ लोग स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के दायरे में थे.
रेटिंग एजेंसी का अनुमान है कि आयुष्मान भारत कार्यक्रम से यह संख्या बढ़कर 50 करोड़ हो जायेगी. हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि 29 राज्यों में से 23 ने ट्रस्ट मॉडल आधार पर योजना चलाने का विकल्प चुना है. इससे बीमा कंपनियों की वृद्धि संभावना कम होगी. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बीमा कंपनियों को बड़े पैमाने का लाभ मिलेगा. ट्रस्ट मॉडल के तहत सरकारी कोष का आवंटन ट्रस्ट कोष में किया जाता है, न कि बीमा प्रीमियम के रूप में दिया जाता है. ट्रस्ट में जमा कोष दावों के निपटान के लिए राशि देती है.
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