कोलकाता : भारतीय स्टेट बैंक के समूह आर्थिक सलाहकार सौम्या घोष ने शुक्रवार को कहा कि रुपये में अचानक गिरावट अथवा तेजी आना ठीक नहीं है. इससे मुद्रा विनिमय बाजार में उतार- चढ़ाव बढ़ता है. इंडियन चैंबर आफ कामर्स (आईसीसी) के एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए घोष ने कहा कि पिछले पांच छह माह में डालर के मुकाबले रुपया 64 से गिरता हुआ 70 रुपये प्रति डॉलर पर आया है. इस दौरान उसका मूल्यह्रास व्यवस्थित रहा है. डॉलर के मुकाबले रुपया 72 को छूयेगा, यह कोई मायने नहीं रखता है.
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सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि के बारे में उन्होंने कहा कि स्टेट बैंक शोध अनुमान के मुताबिक पहली तिमाही में इसके 7.7 फीसदी और पूरे वित्त वर्ष के दौरान 7.5 फीसदी रहने का अनुमान है. सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों पर रिजर्व बैंक और सरकार के दोहरे नियंत्रण के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि शीर्ष बैंक के पास उनके नियंत्रण के लिए बहुत अधिकार हैं, सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का निजी बैंकों के मुकाबले कहीं अधिक ऑडिट होता है. नोटबंदी और जीएसटी के दोहरे प्रभाव पर उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था पर इनका असर समाप्त हो चुका है.
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