न्यूयॉर्क : राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आव्रजन नीति के खिलाफ अब अमेरिका की कंपनियों ने विरोध का स्वर मुखर करना शुरू कर दिया है. यहां की टॉप कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों (सीईओ) ने शुक्रवार को डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन की आव्रजन नीतियों को ‘असंगत’ बताया. उन्होंने कहा कि इससे अमेरिकी फर्मों का परिचालन प्रभावित होगा. इसके साथ ही, उनकी प्रतिस्पर्धी क्षमता पर भी उल्लेखनीय असर पड़ेगा. मुख्य कार्यकारियों ने पेशेवरों के लिए एच-1बी वीजा तथा अन्य नीतियों को असंगत बताया है.
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‘बिजनेस राउंडटेबल’ के सदस्यों ने अमेरिका की गृह मंत्री किर्स्टजन नीलसन को लिखे पत्र में कहा है कि अमेरिकी आव्रजन नीति के असंगत होने की वजह से कानून का अनुपालन करने वाले कर्मचारियों में बेचैनी है. इस पत्र पर एपल के सीईओ टिम कुक, पेप्सिको की चेयरमैन एवं सीईओ इंद्रा नूयी, मास्टरकार्ड के अध्यक्ष एवं सीईओ अजय बंगा, सिस्को सिस्टम्स के चेयरमैन एवं सीईओ चुक रॉबिंस के हस्ताक्षर हैं.
बिजनेस राउंडटेबल अमेरिका की प्रमुख कंपनियों के मुख्य कार्यकारियों का संघ है. संघ ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका सरकार की अस्थिर कार्रवाई और अनिश्चितता की वजह से आर्थिक वृद्धि प्रभावित होगी. इससे अमेरिकी कंपनियों की प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता भी घटेगी.
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