RBI के सपोर्ट के बावजूद रुपये ने लगाया गोता, 70.74 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंचा
मुंबई : कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से मुद्रास्फीति बढ़ने की आशंका तथा तेल आयातकों की मजबूत डॉलर मांग से रुपया गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 15 पैसे और गिरकर 70.74 रुपये प्रति डॉलर के नये निम्न स्तर पर पहुंच गया. आरंभिक कारोबार के दौरान रुपया 70.90 रुपये प्रति डॉलर के दिन के रिकॉर्ड […]
मुंबई : कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों से मुद्रास्फीति बढ़ने की आशंका तथा तेल आयातकों की मजबूत डॉलर मांग से रुपया गुरुवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 15 पैसे और गिरकर 70.74 रुपये प्रति डॉलर के नये निम्न स्तर पर पहुंच गया. आरंभिक कारोबार के दौरान रुपया 70.90 रुपये प्रति डॉलर के दिन के रिकॉर्ड निम्न स्तर को छू गया था. कुछ सप्ताह पहले इस स्तर के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता था.
हालांकि, भारतीय रिजव बैंक के विभिन्न स्तरों पर छिटपुट हस्तक्षेप ने आगे और गिरावट आने पर कुछ अंकुश लगा दिया तथा कारोबार के अंत में इसमें कुछ सुधार आया. तेल आयातक कंपनियों की मासांत मजबूत डॉलर मांग से भी रुपये की धारणा प्रभावित हुई. कच्चे तेल मूल्य में तेजी आने के बीच मुद्रास्फीति बढ़ने की आशंका तथा घरेलू शेयर बाजार से विदेशी निधियों द्वारा निरंतर पूंजी निकासी ने भी घरेलू मुद्रा की धारणा को प्रभावित किया.
फाइनेंशल बेंचमार्क्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (एमबीआईएल) ने इस बीच डॉलर-रुपये की संदर्भ दर 70.7329 रुपये प्रति डॉलर और यूरो के लिए 82.7184 रुपये प्रति यूरो निर्धारित की थी. बुधवार के कारोबार में रुपया अंत में 49 पैसे अथवा 0.70 फीसदी की गिरावट के साथ 70.59 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ. अंतरमुद्रा कारोबार में पौंड और यूरो के मुकाबले रुपये में गिरावट आयी, जबकि जापानी येन के मुकाबले यह अपरिवर्तित बंद हुआ.
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